भोपाल। आज से भोपाल में जमीनों का भाव बढ़ गया है। शहर और ग्रामीण क्षेत्र में कई इलाके ऐसे हैं, जहां संपत्ति की गाइडलाइन दर 45 प्रतिशत तक भी बढ़ाई गई है। इसमें प्लाट, फ्लैट और कृषि भूमि तीनों तरह की संपत्ति शामिल है। राजधानी भोपाल की कुल 733 लोकेशन पर प्रॉपर्टी की गाइडलाइन आज से 5 से लेकर 45 प्रतिशत तक बढ़ गई। इसके चलते प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराने के लिए एक दिन पहले शुक्रवार को रजिस्ट्रार ऑफिस में लोगों की भीड़ लग गई। वे मौजूदा गाइडलाइन पर ही रजिस्ट्री कराने पहुंचे। आखिरी दिन स्लॉट भी बढ़ाए गए हैं। इस प्रस्ताव को बनाने के लिए नर्मदापुरम रोड, बागमुगालिया, अयोध्या बायपास, शाहपुरा, समरधा कलियासोत, बैरसिया रोड सहित जिले की 1900 स्थानों पर हुईं अधिक दरों की रजिस्ट्री को आधार बनाया गया था। इस प्रस्ताव के तहत 409 स्थानों पर 10 प्रतिशत, 308 स्थानों पर 20 प्रतिशत और 16 स्थानों पर 25 प्रतिशत जमीनों के रेट बढ़ाए गए है। इससे लोगों के लिए संपत्ति खरीदना अब और महंगा हो गया है।
मार्च के अंतिम दिन हुईं 805 रजिस्ट्रियां
वित्तीय वर्ष 2023-24 की कलेक्टर गाइडलाइन एक अप्रैल से लागू होगी, लेकिन नई गाइडलाइन के हिसाब से रजिस्ट्री कार्यालयों में तीन अप्रैल से रजिस्ट्री होंगी। इसके बाद शहर के 733 स्थानों पर एक से 25 प्रतिशत तक प्रापर्टी खरीदना महंगा हो जाएगा। इसके चलते 31 मार्च को पुराने दामों पर रजिस्ट्री कराने के लिए शहर के 500 से अधिक सेवा प्रदाताओं ने गुरुवार रात को अनुबंध तैयार किए। शुक्रवार को रजिस्ट्री कराने के लिए 50 प्रतिशत स्लाट रात में ही बुक कर लिए गए थे। सबसे अधिक रजिस्ट्री दोपहर एक से शाम चार के बीच हुई। भीड़ को देखते हुए स्लाट का समय 10 मिनट प्रति रजिस्ट्री से पांच मिनट कर दिया गया था। रात 9 बजे इसे तीन मिनट प्रति स्लाट कर दिया। पंजीयन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रात 10.30 बजे तक लगभग 805 रजिस्ट्रियां हुईं। वहीं पूरे प्रदेश में शुक्रवार को 9000 रजिस्ट्रियां दर्ज की गई। इससे लगभग 100 करोड़ का राजस्व मिला। इसमें से भोपाल का छह करोड़ है। बता दें कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में भोपाल को 1100 करोड़ रुपये का लक्ष्य मिला था, लेकिन विभाग ने 1150 करोड़ रुपये हासिल किया है। वहीं इस साल लगभग 60 हजार से अधिक रजिस्ट्रियां दर्ज हुई है।
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