गत वर्ष का राजस्व रिकॉर्ड भी टूटा, कल गुड़ी पड़वां पर शुभ मुहूत्र्त के चलते रहेगी भीड़, पंजीयन विभाग ने किए विशेष बंदोबस्त
इंदौर। वित्त वर्ष के बचे दिनों में रजिस्ट्री कराने वालों की भीड़ पंजीयन विभाग में उमड़ रही है। कल भी 1600 से अधिक रजिस्ट्रियां हुईं और 50 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया गया। वहीं आज भोपाल में केन्द्रीय मूल्यांकन समिति की होने वाली बैठक में इंदौर की प्रस्तावित गाइडलाइन को पूरी तरह से मंजूर कर लिया जाएगा, क्योंकि कल मुख्यमंत्री के समक्ष भी पे्रजेंटेशन हुआ, जिसमें उन्होंने हरी झंडी दे दी। भोपाल की गाइडलाइन को लेकर अवश्य गतिरोध बना हुआ है। दूसरी तरफ पंजीयन विभाग ने गत वर्ष के राजस्व का रिकॉर्ड भी कल तोड़ दिया और 2425 करोड़ रुपए तक हासिल कर लिए हैं और 1 लाख 79 हजार दस्तावेजों का पंजीयन हो चुका है।
इस वित्त वर्ष में शासन ने इंदौर को बड़ा लक्ष्य 3200 करोड़ रुपए का थमा दिया है, मगर 2500 करोड़ रुपए से अधिक का ही राजस्व 31 मार्च तक हासिल हो पाएगा। अब आज सहित अंतिम तीन दिन बचे हैं और पंजीयन विभाग में रजिस्ट्री कराने वालों की भीड़ उमड़ रही है। वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक कुमार शर्मा के मुताबिक कल गुड़ी पड़वां पर अधिक भीड़ रहेगी, क्योंकि शुभ मुहूत्र्त में रजिस्ट्रि कराएंगे। लिहाजा कल सुबह जल्दी दफ्तर खुलेंगे और रजिस्ट्री कराने वालों से भी अनुरोध किया गया है कि वे सुबह जल्दी रजिस्ट्री के लिए पहुंच जाएं, ताकि उन्हें भी अधिक इंतजार ना करना पड़े। श्री शर्मा के मुताबिक स्लॉटों की संख्या के साथ समय भी बढ़ा दिया है। अब सम्पदा 1 और 2, दोनों में पर्याप्त स्लॉट उपलब्ध हैं और रात 8 बजे तक स्लॉट बुक किए जा सकते हैं। सभी पंजीयन कार्यालयों में पक्षकारों की सुविधा के लिए हर संभव साधन उपलब्ध कराए गए हैं।
गत वर्ष इंदौर जिले में 2414 करोड़ रुपए का राजस्व स्टाम्प एवं पंजीयन से मिला था और 1 लाख 76400 दस्तावेज पंजीबद्ध हुए थे। लेकिन इस बार कल 28 मार्च को ही राजस्व का रिकॉर्ड गया और 2425 करोड़ रुपए हासिल हो चुका है और साथ ही दस्तावेजों की संख्या भी ढाई हजार से ज्यादा हो चुकी है। दूसरी तरफ वरिष्ठ जिला पंजीयक अमरेश नायडू के मुताबिक आज 12 बजे भोपाल में केन्द्रीय मूल्यांकन समिति की बैठक है और उम्मीद है कि इंदौर की प्रस्तावित गाइडलाइन बिना किसी संशोधन या परिवर्तन के मंजूर हो जाएगी। सभी पंजीयन कार्यालयों में टेंट, पीने के पानी की व्यवस्था, एसी-कूलर, सुविधा घर सहित अन्य व्यवस्थाएं भी की गई हैं। वहीं आगामी वित्त वर्ष की गाइड लाइन, जो 1 अप्रैल से लागू होगी, उसमें इंदौर के 4972 स्थानों की गाइड लाइन 20 से लेकर पौने 300 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। इसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के ऐसे प्रमुख स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां पर इस वित्त वर्ष में सर्वाधिक रजिस्ट्रियां हुईं और इनमें कई रजिस्ट्रियां ऐसी हैं जो गाइड लाइन से कई गुना अधिक निष्पादित करवाई गई। वहीं पर अधिक वृद्धि होना है।
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