प्रयागराज: हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ में सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौत पर संत परमहंस आश्रम अमेठी के पीठाधीश्वर अभय चैतन्य ब्रह्मचारी मौनी महाराज ने गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा है कि इस हृदय विदारक घटना में सैकड़ों निर्दोष लोगों की जान चली गई. मौनी महाराज ने इस हादसे की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो.
उन्होंने भोले बाबा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं. मौनी महाराज ने कहा है कि भोले बाबा को कई सफेदपोश नेताओं का संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने कहा कि भोले बाबा की भी जांच होनी चाहिए और उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. मौनी महाराज के मुताबिक भोले बाबा का वास्तविक नाम सूरजपाल है जो कि पुलिस में नौकरी करता था. उनके मुताबिक यौन शोषण के आरोप में बर्खास्त होने के बाद उसने अपना नाम और पहचान बदलकर साकार नारायण हरि रख लिया. उसके खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले भी दर्ज हैं.
मौनी महाराज के मुताबिक भोले बाबा ने समाज के गरीब तपके के लोगों को गुमराह कर समाज को बांटने का काम किया. वह धीरे-धीरे लोगों के बीच प्रवचन करने लगा. उनके सेवकों ने इन्हें शिव और उनकी पत्नी को पार्वती के रूप में प्रचारित कर दिया. ऐसा प्रचार किया गया कि उनके पास जाने से लोगों के सभी दुख दर्द और कष्ट दूर हो जाएंगे. बाबा के सत्संग में अंदर वीडियो और फोटो बनाने की भी मनाही थी.
मौनी महाराज ने आरोप लगाया है कि भोले बाबा को ऐसे नेताओं का संरक्षण प्राप्त था जो कि हिंदू धर्म के खिलाफ काम करते हैं. उन्होंने कहा है कि ऐसे ही ढ़ोगी बाबाओं के चलते सनातन धर्म को नीचा देखना पड़ता है और साधु संत भी गालियां खाते हैं. मौनी महाराज ने भोले बाबा के आपराधिक मामलों की भी जांच कराए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि भोले बाबा के साथ ही अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए.
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