हाथरस: उत्तर प्रदेश में हाथरस के फुलरई में आयोजित भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ और इसमें 121 लोगों की मौत के मामले में भोले बाबा बेदाग निकल सकते हैं. यूपी पुलिस के मुताबिक मामले की जांच के दौरान इस हादसे के पीछे भोले बाबा की कोई भूमिका नहीं मिली है. यहां तक कि घटना स्थल पर मौजूद लोगों, घायलों और मृतकों के परिजनों ने भी भोले बाबा के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है. बल्कि इतना होने के बाद भी लोग भोले बाबा के चमत्कारों की दुहाई दे रहे हैं.
हाथरस पुलिस ने दो सौ से अधिक लोगों से पूछताछ के बाद माना है कि इस मामले में दर्ज मुकदमे में भोले बाबा को नामजद करने की कोई जरूरत नहीं है. पुलिस ने दावा किया है कि अब तक भोले बाबा के खिलाफ केवल एक ही मुकदमे की जानकारी आई है. हालांकि यह जांच का प्राथमिक स्टेज है, इस मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी. इसी क्रम में भोले बाबा के देश भर में मौजूद सभी आश्रमों की जांच कराई जा रही है.
देखा जा रहा है कि भोले बाबा ने कहीं जमीन कब्जा करके या अवैध तरीके से तो निर्माण नहीं किया है. हालांकि अब तक की जांच में उनके किसी भी आश्रम से कोई निगेटिव रिपोर्ट नहीं आई है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस हादसे संबंधित विभिन्न मुद्दों पर संबंधित थाने की पुलिस तो अपने स्तर पर जांच कर ही रही है, यूपी इंटेलिजेंस की एक यूनिट को केवल इसी काम के लिए अलग से लगाया गया है.
इस यूनिट को भोले बाबा का पूरा कच्चा चिट्ठा, जिसमें उनके जन्म से लेकर आज तक की जिंदगी, संपत्ति, आश्रम और घर परिवार से जुड़े सभी तथ्य निकाल कर पेश करने के लिए कहा गया है. पुलिस के मुताबिक भोले बाबा फिलहाल अपने मैनपुरी आश्रम में हैं.इस आश्रम के बाहर पुलिस मौजूद है और वह पूरी तरह से पुलिस की निगरानी में है. मामले की जांच के दौरान कोई निगेटिव तथ्य सामने आने के बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है.
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