भोपाल। डीजल के बढ़ते दाम और गर्मी का असर सब्जी के दामों पर पड़ा है। सब्जियों की आवक भी बाहर से हो रही है। जिले में 10 फीसदी ही सब्जियों की खेती हो रही है। यहां तक आलू और प्याज भी बाहर से आ रहा है। उसके बाद भी उद्यानिकी विभाग द्वारा नकद की खेती करवाने के लिए किसानों को जागरुक नहीं कर पा रहा है। सब्जियों के भाव 60 रुपए किलो और नीबू 200 रुपए किलो पर पहुंच गया है। ग्राहक रविंद्र घोष, नीलेश घोष, राजू अहिरवार ने बताया कि प्रतिदिन की मजदूरी गृहस्थी चलाने लायक ही हो रही है। जितनी मजदूरी एक दिन में मिलती है, उतना खर्चा पेट्रोल, सब्जी और राशन में हो रहा है। खाद सामग्री से लेकर हरी सब्जियों के दाम बढ़ गए है। बाजार में 500 रुपए लेकर जाना पड़ रहा है। वापस होने पर कुछ ही छुट्टे रुपए बचकर आ रहे है। अब परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। काम भी प्रतिदिन नहीं मिलता है। दुकानदार राकेश कुशवाहा का कहना था कि महंगे डीजल के कारण सब्जी की महंगाई बढ़ गई है। टीकमगढ़ में हाल में 5 फीसदी भिंड़ी, प्याज, कद्दू, मूली, लोकी के साथ कुछ अन्य सब्जियां आने लगी है। लेकिन सभी प्रकार की सब्जियां बाहर से आ रही है। पालक भी 50 रुपए किलो फुटकर दुकानों पर मिल रही है।
यहां से आ रही सब्जियां
दुकानदारों का कहना था कि ग्वालियर, झांसी, लखनऊ, जबलपुर, इंदौर, बैंगलूरु, हैदराबाद के साथ अन्य महानगरों और प्रदेशों के अन्य जिले से सब्जियां आ रही है।
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