नई दिल्ली। कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने गांजा बिक्री मामले में अमेजन को आरोपी बनाने वाले एसपी भिंड (Bhind SP) मनोज कुमार सिंह (Manojkumar Singh) के अचानक तबादले (Transfer) की निंदा की (Condemned) है। कैट ने सरकार (MP government) पर यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने अमेजन (Amazon) के दबाव में (Under pressure) यह फैसला लिया है।
कैट ने एक बयान जारी कर उक्त पुलिस अधिकारी के तबादले पर व्यापारियों की गहरी पीड़ा और आक्रोश व्यक्त किया है। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, अचानक स्थानांतरण इस तथ्य को दशार्ता है कि एसपी सिंह अमेजन के खिलाफ कुछ बड़ी कार्रवाई करने वाले थे और सिस्टम ने उनका समर्थन करने के बजाय, उन्हें स्थानांतरित कर दिया।
खंडेलवाल ने कहा, हम स्थानांतरण के इस सबसे निंदनीय कृत्य पर एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान और एमपी के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से स्पष्ट बयान चाहते हैं।
कैट के मुताबिक, एसपी सिंह ने एक साल पहले ही भिंड एसपी का पदभार सम्भाल था और इसलिए इसे रूटीन ट्रांसफर नहीं कहा जा सकता। देश में पहली बार अमेजन पर एनडीपीएस अधिनियम की धारा 38 लगाई गई थी। इस पूरे मामले में एसपी भिंड ने अमेजन ई-कॉमर्स पोर्टल के अधिकारियों को आरोपी बनाने की हिम्मत दिखाई थी, जिसका इनाम उनको तबादले के रूप में दिया गया है।कैट ने कहा कि, ये इस बात को स्पष्ट करता है कि कैसे अमेजन जैसी विदेशी वित्त पोषित कंपनियां विभिन्न राज्य सरकारों की प्रशासनिक व्यवस्था को नियंत्रित कर रही हैं जो उन्हें कानूनों और नियमों का उल्लंघन करने में पूरी स्वतंत्रता देते है और वे ई-कॉमर्स में अपनी कुप्रथाओं को जारी रखे हुए हैं।
दरअसल मध्य प्रदेश की भिंड पुलिस द्वारा अमेजन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से गांजा की ऑनलाइन डिलीवरी के चौंकाने वाले मामले का पदार्फाश किया था। इसके बाद एसपी भिंड मनोज कुमार सिंह का पीएचक्यू,भोपाल में तबादला कर दिया गया है, वहीं अब उनके स्थान पर नए एसपी शैलेंद्र चौहान होंगे।
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