उदयपुर: दुनियाभर में बेस्ट टूरिष्ट डेस्टिनेशन के रूप में प्रसिद्ध झीलों की नगरी उदयपुर बीते दो दिन से खौफ के साए में हैं. लेकसिटी में जहां देशी और विदेशी पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है वह बीते करीब 24 घंटे से संगीनों के साए में कैद है. शुक्रवार को सुबह इस शहर में एक स्कूल में हुई चाकूबाजी ने दोपहर बाद शहरवासियों का चैन छीन लिया. सड़कों से टूरिस्ट गायब हो गए और आक्रोशित भीड़ हावी हो गई. राजस्थान के इस शांत शहर का माहौल खराब करने वाले आरोपी के खिलाफ सूबे की भजनलाल सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए महज 24 घंटों के भीतर उसके घर को मिट्टी में मिला दिया है.
उदयपुर की शनिवार की सुबह खुशनुमा नहीं थी. माहौल उन्मुक्त नहीं था. उसमें खौफ था. झीलों के किनारे सुबह-सुबह चहलकदमी करने वाले शहरवासी नहीं थे. सड़कें हमेशा की तरह गुलजार नहीं थी. वहां इस शहर के वाशिंदों की जगह हथियारबंद जवान चहलकदमी कर रहे थे. पूरे शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात थी, लोगों के चेहरों पर डर दिखाई दे रहा था. शहर के दुकानदार भय के माहौल में थे. उन्हें और बाहर से आए टूरिस्टों समेत प्रत्येक शहरवासी को बस एक ही बात का डर सता रहा था कि फिर से माहौल ना बिगड़ जाए.
पुलिस प्रशासन की सतर्कता से शहरवासियों की आशंकाएं गलत साबित हुई. सुबह उदास जरुर थी लेकिन बाद में उसने धीरे-धीरे मुस्कुराना शुरू किया. शुक्रवार की घटना के बाद शनिवार को माहौल में तनाव जरुर रहा लेकिन इस बात की उम्मीद थी कि सबकुछ ठीक हो जाएगा. काफी हद तक ठीक हुआ भी लेकिन चाकूबाजी में घायल हुए बच्चे की तबीयत में सुधार नहीं हुआ. केवल पुलिस प्रशासन ही नहीं बल्कि शहववासी भी उसके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित नजर आए.
दोपहर होते-होते सरकार ने आरोपी को कड़ा सबक सिखाने के लिए बुलडोजर एक्शन की तैयारी कर ली. आरोपी के घर की नापजोख कर उसके अवैध होने का पता चलते ही उसे तोड़ने का नोटिस जारी कर दिया. आरोपी का मकान वन विभाग की भूमि पर अवैध रूप से बना हुआ था. बाद में यूडीए और संबंधित विभागों की टीमें बुलडोजर लेकर उसके घर जा पहुंची. पहले बिजली का कनेक्शन काटा गया फिर घर खाली कराया गया. दोपहर ढाई बजे आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाकर ऐसी हरकतें करने वाले लोगों को सरकार ने कड़ा संदेश दे दिया. अब इालात को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि आगे भी सबकुछ ठीक होगा.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved