जयपुर: राजस्थान की भजनलाल सरकार सुशासन को सुनिश्चित करने के लिए लगातार फरमान जारी कर रही है. इसी कड़ी अब समय पालन और अनुशासन की पालना को सुनिश्चित करने के लिए चेताया गया है. इसके तहत मुख्य सचिव के निर्देश के बाद कार्मिक विभाग ने नया आदेश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि कर्मचारी समय की पालना और अनुशासन को सुनिश्चित करें. अन्यथा कर्मचारी को खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
नए फरमान में कहा गया है कि कर्मचारी सुबह साढ़े 9 बजे ऑफिस आएं और शाम 6 बजे तक वहीं रहें. दोपहर डेढ़ से 2 बजे तक के लंच के अलावा कर्मचारी ऑफिस छोड़कर इधर-उधर कहीं नहीं जाएं. इसके साथ ही ऑफिस समय में कॉरिडोर, गार्डन और पार्किंग में घूमने की प्रवृत्ति को छोड़ दें. कर्मचारी स्वास्थ्य कारणों या आपातकाल के अलावा सक्षम अधिकारी की मंजूरी के बिना अवकाश नहीं लें. यही नहीं कर्मचारी अपनी फाइलों और काम का निस्तारण भी समयबद्ध तरीके से करें. उन्हें अनावश्यक रूप से पेंडिंग नहीं रखें. सेक्शन में नियंत्रण अधिकारी इस पर पूरी निगरानी रखे.
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में सत्ता में लौटी बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के समय विकास के साथ-साथ सुशासन का वादा किया था. इसके तहत ही भजनलाल सरकार लगातार आदेश पर आदेश जारी कर रही है. बीते दिनों बड़े स्तर पर आईएएस, आईपीएस और आरएएस तथा आरपीएस के तबादले किए गए थे. बताया जा रहा है कि यह पहली बार था जब इन तबादलों में विधायकों और सांसदों की अनुशंसा नहीं ली गई थी.
अन्यथा हमेशा होता है कि जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक समेत जिला स्तरीय अन्य पदों पर तबादलों में विधायकों की डिजायर को पूरी तवज्जो दी जाती है. लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया और सरकार ने अपने स्वविवेक से ही अधिकारियों को एक जिले से दूसरे जिले में पदस्थापित किया था. इसके पीछे सरकार की मंशा थी कि साफ छवि वाले अधिकारियों को फील्ड पोस्टिंग दी जाए जो बिना किसी भेदभाव के समान रूप से प्रशासनिक भूमिका निभाए और जनता में भी अच्छा संदेश जाए.
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