नई दिल्ली (New Delhi)। यम द्वितीया (Yama Dwitiya) (भाई दूज) भाई दूज पर्व बुधवार 15 नवंबर को पूरे देश में धूमधाम से मनाया (Bhai Dooj 2023) जाएगा। शास्त्रों में इस त्योहार का बड़ा महत्व (great importance of the festival) बताया गया है। कहा गया है कि इस दिन यमराज (Yamraj) भी समय निकाल अपनी बहन यमुना (sister yamuna) के घर जाकर सत्य, संतुलन, धर्म, अनुशासन और न्याय का आशीर्वाद लेते हैं।
ज्योतिष त्रिभुवन उप्रेती ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार पापों के समूल नाश व धर्म की पुर्नस्थापना का भी यह बहुत बड़ा दिन है। कहा गया है कि यम द्वितीया के दिन मरने वाले प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। शास्त्रों के अनुसार भाई दूज को शुरू करने का श्रेय यमुना को जाता है। इस दिन यमुना की पूजा और स्नान का महत्व है। जो बहन-भाई इस दिन यमुना में स्नान करते हैं उनके दुखों का समूल नाश होकर यश, कीर्ति, विद्या और धन दीर्घायु की प्राप्ति होती है।
बहन को समर्पण का दिन है यमद्वितीया
इस दिन भाई द्वारा बहन को वस्त्र, आभूषण, फल, पकवान, शुद्ध मिठाई और दक्षिणा भेंट करनी चाहिए। बहन को चाहिए कि भाई को अपने घर निमंत्रित कर टीका लगाकर उसके दीर्घायु की कामना कर आशीर्वाद प्रदान करें।
गोवर्धन पूजा
गोवर्धन पूजा अन्नकूट पर्व मंगलवार को मनाया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित पूजा के दिन सुबह गाय, बछड़े की पूजा की जाती है। इस दिन गाय को ताजा साफ भोजन परोस कर तीन प्रदक्षिणा करने से धन-धान्य, सुख सम्पत्ति का लाभ प्राप्त होता है।
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