नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में चक्रवाती तूफान सितरंग (Sitrang Cyclone) अगले कुछ दिनों में दस्तक दे सकता है। ओडिशा व बंगाल सरकार (Government of Bengal) ने तूफान के खतरे को देखते हुए तटवर्ती क्षेत्रों (coastal areas) से लोगों को हटाने का काम शुरू कर दिया है। मौसम विभाग (weather department) ने शुक्रवार को बताया कि अगले सप्ताह ओडिशा में भारी वर्षा हो सकती है। सितरंग तूफान के असर से यह संभावना बनी है। यह चक्रवात ओडिशा के करीब से होते पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश की ओर मुड़ सकता है। तूफानों को नाम देने की परंपरा के अनुसार इस बार थाईलैंड की बारी थी और उसने इसका नाम सितरंग सुझाया है। संभावित खतरे को देखते हुए बंगाल व ओडिशा सरकार ने कई जिलों के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगह भेजने का काम शुरू कर दिया है।
आईएमडी के अनुसार मौसमी सिस्टम फिलहाल उत्तरी अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों में कम दबाव के क्षेत्र के रूप में स्थित है। यह सोमवार को एक चक्रवाती तूफान में बदलने से पहले शनिवार को एक दबाव क्षेत्र में और रविवार को एक गहरे दबाव क्षेत्र में तब्दील हो सकता है। इसके बाद यह उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की ओर बढ़ेगा।
ओडिशा की राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मलिक ने कहा कि सभी जिलों और तटीय क्षेत्र के अधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सोमवार को राज्य के तट के समानांतर पार करने पर भारी वर्षा होने की संभावना है। दमकल विभाग, ओडीआरएएफ और एनडीआरएफ के कर्मी किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।
उधर, पश्चिम बंगाल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार ने पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और सुंदरबन के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।संबंधित जिलों के सभी जिला कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। उन्हें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
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