कोलकाता। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर राज्य में हत्या की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की सीरिज चल रही है।
बुधवार को हल्दिया व गुरुवार को मथुरापुर में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या पर टिप्पणी करते हुए घोष ने कहा कि हल्दिया की घटना कोई अपवाद घटना नहीं है। हत्या की सीरिज चल रही है। पूरे राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं को टार्गेट किया जा रहा है। उनकी हत्या की जा रही है। सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े लोग जांच के पहले ही हत्या को आत्महत्या करार दे रहे हैं। अभी तक भाजपा के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है, लेकिन उनकी कोई जांच नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि इसके पीछे सत्तारूढ़ दल के समर्थकों का हाथ है, नहीं तो कोई ना कोई समाधान निकलता। तृणमूल राज्य में राजनीतिक हिंसा को प्रश्रय दे रही है। इससे समाज में क्षोभ पैदा हुआ है। आम लोगों के मन में भय पैदा हो गया है कि उनकी सुरक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में विरोधी दल के कार्यकर्ताओं को काम करने का अवसर नहीं है। जनतांत्रिक अधिकार नहीं है। जीवित रहने का अधिकार नहीं है। यदि वह तृणमूल कांग्रेस के साथ नहीं है, तो उसे समाप्त कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सच सामने आना चाहिए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
घोष ने राज्य में आंशिक व संपूर्ण लॉक डाउन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि इसका मायने क्या है? लॉक डाउन यदि आंशिक है, लोग रास्ते में निकल रहे हैं, तो फिर लॉक डाउन कैसे हुआ ? पिछले चार माह से बंगाल में लॉक डाउन की घोषणा हो रही है, लेकिन वास्तव में लॉक डाउन हो नहीं रहा है। इसका कोई लाभ नहीं हो रहा है। राज्य में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, जबकि अन्य राज्यों में अब नियंत्रण हो रहा है। बंगाल में नियंत्रण नहीं हो रहा है, क्योंकि सरकार की इच्छा नहीं है।
लॉक डाउन हो रहा है, तो केवल राजनीतिक कारण से। यदि कोरोना नियंत्रण से लॉक डाउन होता, तो लाभ होता। भाजपा में अंतरद्वंद पर घोष ने सफाई देते हुए कहा कि भाजपा में कोई अंतर्द्वंद्व नहीं है, भाजपा में जो भी शामिल हुए हैं। उन्हें पूरा सम्मान दिया गया है और भविष्य में भी दिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली की बैठक में भाजपा सांसद अर्जुन सिंह द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दिये के आरोप लगाने को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज है। घोष ने इस संबंध में कहा कि कौन कह रहे हैं कि सम्मान नहीं मिला है? यदि कोई ऐसा कह रहे हैं, तो कहना होगा कि तृणमूल कांग्रेस में सामान्य कर्मचारी थे। भाजपा में शामिल होने पर कार्यकर्ता हुए हैं। भविष्य में जो भी भाजपा में शामिल होंगे उन्हें सम्मान मिलेगा। सिंह को प्रदेश भाजपा का उपाध्यक्ष के साथ-साथ उत्तर कोलकाता के पर्यवेक्षक का भी दायित्व दिया गया है। (एजेन्सी, हि.स.)
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