कोलकाता (Kolkata)। पश्चिम बंगाल (west bengal) में पंचायत चुनाव (panchayat elections) को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (ruling party Trinamool Congress) को टक्कर देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने भी कमर कस लगी है। पंचायत चुनाव को देखते हुए सत्तारूढ़ टीएमसी ने नया अभियान शुरू किया है। इस अभियान को ‘दीदीर सुरक्षा कवच’ (Didir Suraksha Kavach) नाम दिया गया है। टीएमसी के अभियान का मुकाबला करने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (National President JP Nadda) पर दांव लगाया है।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बंगाल बीजेपी के अनुसार, शाह और नड्डा आने वाले दिनों में पंचायत चुनाव से पहले राज्य में कई सार्वजनिक रैलियां करने वाले हैं। हालांकि ये रैलियां भगवा पार्टी की 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के हिस्से के रूप में आयोजित की जाएंगी लेकिन, इन रैलियों को पंचायत चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि संभावना है कि अमित शाह इस दौरान पंचायत चुनाव का भी बिगुल फूंक सकते हैं।
पंचायत चुनाव में भी क्यों केंद्रीय नेताओं के सहारे है बीजेपी?
एक लोकप्रिय और विश्वसनीय चेहरे की कमी, गुटबाजी और अंदरूनी कलह से जुझ रही बंगाल बीजेपी पंचायत चुनाव में ग्रामीण मतदाताओं से जुड़ने और अपनी संभावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए शाह और नड्डा जैसे बीजेपी के दिग्गज नेताओं का सहारा लेगी। हालांकि, पार्टी नेताओं का कहना है कि उनका ध्यान राज्य में 2024 के लोकसभा चुनावों में अधिक से अधिक सीटें जीतने का प्रयास किया जाएगा। यही वजह है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के सहारे बंगाल में पंचायत चुनाव को भी साधने की तैयारी कर रही है।
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी का क्या है फोकस?
बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में बंगाल की कुल 42 सीटों में से 18 पर जीत हासिल की थी। अब 2024 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला किया है कि शाह और नड्डा इस साल उन 24 निर्वाचन क्षेत्रों में 12-12 रैलियां करेंगे, जहां पार्टी 2019 में जीतने में नाकाम रही थी। यहां तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी इस साल राज्य में ऐसी कई रैलियों को संबोधित करने की संभावना है।
जल्द ही बंगाल का दौरा करेंगे जेपी नड्डा और अमित शाह
बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने कहा, अमित शाह जी और जेपी नड्डा जी पंचायत चुनाव से पहले बंगाल का दौरा करेंगे और जनसभाएं करेंगे। इस पूरे साल के दौरान, वे उन लोकसभा क्षेत्रों में रैलियां करेंगे, जहां पार्टी कमजोर मानी जा रही है। बीजेपी प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘बीजेपी केवल चुनाव होने पर पार्टी की गतिविधियों में शामिल होने में विश्वास नहीं करती है। हमारी पार्टी की गतिविधियां साल भर चलती हैं। हमारे कार्यकर्ता प्रतिदिन लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। हम उन मुद्दों को उजागर कर रहे हैं जो उन लोगों के लिए प्रासंगिक हैं जो हमसे संपर्क कर रहे हैं। वे सत्तारूढ़ दल के नेताओं के भ्रष्टाचार से थक चुके हैं और वे बदलाव चाहते हैं।’
केंद्रीय नेताओं की होने वाली रैलियों पर टीएमसी का कटाक्ष
दूसरी ओर से राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ने राज्य के पंचायत चुनावों में जीत हासिल करने के लिए केंद्रीय नेताओं के लाने के लिए भाजपा की आलोचना की। टीएमसी ने कहा कि 2021 के राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान इन केंद्रीय नेताओं ने नियमित अंतराल पर बंगाल का दौरा किया। यहां तक की चुनाव प्रचार पर बड़ी रकम खर्च की।
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