इंदौर। शहर में अमानक पॉलिथीन थैलियों पर प्रतिबंध के बाद विभिन्न स्थानों पर बिक्री के लिए चोरी-छिपे लाई गई अमानक थैलियां पिछले 6 माह में नगर निगम ने बड़े पैमाने पर जब्त की थीं और उन्हें रीजनल पार्क स्थित प्लास्टिक सेंटर में भेजा गया था, जहां से अब उन्हें रिसाइकलिंग कर बेंच और कुर्सियां बनाई जा रही हैं। निगम के विभिन्न कार्यालयों में ऐसी कुर्सियां भेजी गई हैं।
अमानक पॉलिथीन थैलियों के मामले में सबसे ज्यादा कार्रवाई लोहा मंडी, रिव्हर साइड रोड, वेयर हाउस रोड, जूनी इन्दौर, ट्रांसपोर्ट नगर, लसूड़िया और कई अन्य क्षेत्रों में कार्रवाई करते हुए बड़े पैमाने पर अमानक थैलियों के बंडल बरामद किए थे। ट्रांसपोर्ट गोदामों पर गुजरात के कई शहरों से माल लाया जाता तो निगम की टीमें सुबह अथवा रात को वहां दबिश देकर माल जब्त कर लेती हैं। लोहा मंडी में ही करीब 7 से ज्यादा ट्रांसपोर्टों से बड़े पैमाने पर अमानक पॉलिथीन थैलियां जब्त की गई थीं।
इसके अलावा वहां से गुजर रहे तीन लोडिंगों को अलग-अलग पकड़कर उनमें भी रखी थैलियां जब्त की गई थीं। अधिकारियों के मुताबिक छह माह के अंतराल में करीब पंद्रह टन अमानक पॉलिथीन थैलियां जब्त की गई थीं और उन्हें रीजनल पार्क स्थित प्लास्टिक सेंटर पर भेजा गया था। वहां प्लास्टिक थैलियों को गलाकर उनसे प्लास्टिक की बेंचे और कई कुर्सियां बनाई गई थीं, जो ट्रेंचिंग ग्राउंड से लेकर विभिन्न निगम कार्यालयों में भेजी गई हैं। पूर्व में प्लास्टिक से ईंटें बनाई जा रही थीं, जो विभिन्न कारण के चलते बंद कर दी गईं और अब विभिन्न सामग्रियों का निर्माण किया जा रहा है, जो निगम कार्यों के उपयोग में आ सके।
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