- बिजली कनेक्शन न देकर विद्युत वितरण के अधिकारी शासन को बना रहे हंसी का पात्र
उज्जैन। पाश्र्वनाथ सिटी के रहवासियों द्वारा सतत 6 दिनों से घरेलू बिजली कनेक्शन की माँग के संदर्भ में कालोनी के बाहर क्रमिक भूख हडताल की जा रही है। संजय अध्यापक व अभिलाष जैन ने बताया कि विद्युत वितरण कंपनी उज्जैन के अधिकारी नियामक आयोग के सन् 2022 में बने अधिनियम से ऊपर अपने नियम बताकर शासन द्वारा जन कल्याण के लिये बने नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं। प्रदेश में कॉलोनाइजरों द्वारा कालोनी में विद्युत व्यवस्था के संबंध में जो खामियाँ रखी गई थी उन सभी का अध्ययन करने के बाद ही शासन ने जनता को राहत देने के लिए सन् 2022 में इस अधिनियम को लागू किया।
जिसके बाद किसी भी कालोनी की पुरानी सभी कमियाँ व खामियाँ न्यूल एंड वाइड हो जाती है तथा उन्हें इस अधिनियम के द्वारा पूर्ण करना ही शासन का उद्देश्य रहा है। किन्तु विद्युत वितरण के अधिकारी इस अधिनियम को लागू करने में किन्तु परन्तु लगाकर शासन को हंसी का पात्र बना रहे हैं। उज्जैन ही नहीं पूरे म.प्र के नागरिक सोशल मीडिया पर इस समाचार को पढ़कर शासन की कथनी और करनी पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहे हैं। सोमवार को भूख हड़ताल पर संजय अध्यापक, हर्ष जैन, उमेश शर्मा, रवीश जैन, जेरी जस्टिन बैठे। धरना प्रदर्शन में मनीष शर्मा, ईश्वर पटेल, हेमंत काकाणी, आर एस राठौर, योगेश येवले, प्रेम शर्मा, रमेश वशिष्ठ, विजय जैन आदि बड़ी संख्या में महिलाएँ व बच्चे मौजूद थे।