वाशिंगटन। अगले साल यानी 2022 में चीन के बीजिंग (Beijing of China) नें शीतकालीन ओलंपिक खेल (Winter Olympic Games) होने हैं। ओलंपिक खेलों (Olympic Games) की शुरूआत में 100 दिन से भी कम समय बचा है। वहीं दूसरी ओर बीजिंग ओलंपिक के बहिष्कार (Beijing Olympics boycott) को लेकर कई खबरें सामने आ रही हैं। अब अमेरिका(america) भी चीन के बीजिंग शहर में होने वाले ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार(diplomatic boycott) पर विचार कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने कहा है कि वे बीजिंग ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार(Diplomatic boycott of Beijing Olympics) पर विचार कर रहे हैं। इससे पहले यूरोपियन संसद में बीजिंग ओलंपिक के बहिष्कार का एलान किया जा चुका है। कई खिलाड़ी भी मुखर होकर इसके बहिष्कार को लेकर आवाज उठा चुके हैं।
यूरोपियन संसद ने किया बहिष्कार का एलान
मामले पर यूरोपीय संसद के सांसदों ने सहमति जताते हुए कहा कि हमें चीन के मानवाधिकारों के हनन के कारण बीजिंग 2022 शीतकालीन ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले निमंत्रण को अस्वीकार करना चाहिए। इसके साथ ही ईयू सांसदों ने अपनी सरकारों से मांग करते हुए उइगर मुसलमानों को लेकर चीन के व्यवहार पर और अधिक प्रतिबंध लगाने की बात भी कही।
इससे पहले कब हुआ ओलंपिक खेलों का बहिष्कार
इससे पहले छह ओलंपिक खेलों ने बहिष्कार और कम देशों की भागीदारी झेली है। 1956 (मेलबर्न), 1964 (टोक्यो), 1976 (मॉन्ट्रियल), 1980 (मॉस्को), 1984 (लॉस एंजिल्स) और 1988 (सियोल) में युद्ध, आक्रमण और रंगभेद जैसे कारणों से विभिन्न देशों ने ओलंपिक खेलों का बहिष्कार किया था।
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