भोपाल। बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन कराने के बाद अब मध्य प्रदेश सरकार धार्मिक स्थलों को नया स्वरूप देने की कोशिश में है। प्रदेश के बड़े धार्मिक स्थलों को जोडऩे वाली सड़कों की भी शक्ल बदली जाएगी। इसकी शुरुआत मैहर, सलकनपुर और ओंकारेश्वर से हो रही है। इन धार्मिक धार्मिक स्थलों को जोडऩे वाली सड़कों को चौड़ी और इनका विकास करने के लिए करोड़ों रुपए के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है।
राज्य सरकार के मंजूर प्रस्तावों पर नजर डालें तो सरकार अब धार्मिक स्थलों से जोडऩे वाली सड़कों के विकास पर करोड़ों रुपए खर्च करेगी। मैहर, ओंकारेश्वर और सलकनपुर को जोडऩे वाली सड़कों के चौड़ीकरण और मजबूत बनाने पर राशि खर्च होगी। 178.22 करोड़ रुपए की लागत से परसमनिया रामपुर मैहर मार्ग बनाया जाएगा। यह मार्ग तीन राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ता है। राज मार्ग राष्ट्रीय 39 झांसी से रांची,पवई नागौद मार्ग क्रमांक 30, मैहर सतना मार्ग को जोडऩे वाली सड़क बनायी जाएगी।
आते हैं लाखों दर्शनार्थी मैहर मां शारदा देवी की धार्मिक नगरी होने के कारण यह महत्वपूर्ण मार्ग है। यहां साल में दो बार बड़ा मेला लगता है जिसमें लाखों दर्शनार्थी आते हैं। 147.92 करोड़ की लागत से मालीवाया से सलकनपुर नील कछार तक फोरलेन मार्ग का निर्माण होगा। 193.22 करोड़ की लागत से इंदौर इच्छापुर मार्ग से ओंकारेश्वर बस स्टैंड तक फोरलेन सड़क। भोपाल और ग्वालियर के बीच दो बड़े एलिवेटेड ब्रिज निर्माण को हरी झंडी, वहीं 129 करोड़ की लागत से शाहपुर रंगोली गिरवर भोकलपुर चौराहा तक सड़क का निर्माण होगा। 306 करोड़ की लागत से भोपाल इंदौर मार्ग पर संत हिरदाराम नगर बैरागढ़ में सीवेज पंप हाउस लाऊ खेड़ी से नगर निगम विसर्जन घाट तक फ्लाईओवर का निर्माण होगा। पुल बनने से सड़क दुर्घटना में कमी आने के साथ भोपाल इंदौर ट्रैफिक में भी सुविधा होगी। ग्वालियर शहर के तहत महारानी लक्ष्मी बाई प्रतिमा से गिरवाई पुलिस चौकी एबी रोड तक स्वर्णरेखा नदी पर फोरलेन एलिवेटेड कॉरिडोर फ्लाईओवर निर्माण को भी मंजूरी दी गई है। इस पर 926. 21 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।