वाराणसी: ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में हिन्दू पक्ष द्वारा ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग और वैज्ञानिक परीक्षण कराने के मांग पर वाराणसी कोर्ट आज फैसला सुनाएगा. कोर्ट कुछ देर में यह तय करेगा कि ज्ञानवापी सर्वे में मिले ‘शिवलिंग’ की कार्बन डेटिंग होगी या नहीं. हालांकि, फैसले से पहले ही वाराणसी में पूजा-पाठ का दौर शुरू हो गया है. इस बीच मुस्लिम पक्षकार के वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिवलिंग के संरक्षण की बात कही गई थी तो उसके बाद जिला अदालत में इस मामले की सुनवाई का कोई मतलब नहीं है.
मुस्लिम पक्ष के वकील मेराजुद्दीन ने कहा कि हम फैसले का इंतजार कर रहे हैं और उसके बाद ही हमलोग आगे की रणनीति बनाएंगे. दरअसल, बीती सुनवाई में भी कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग और वैज्ञानिक परीक्षण कराने के मांग पर मुस्लिम पक्ष ने आपत्ति दर्ज करायी थी और कहा था कि वजूखाने में जो आकृति पाई गई है उसे सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी जिला मजिस्ट्रेट से सुरक्षित रखने को कहा है और उस पर फैसला आना अभी बाकी है. ऐसी स्थिति में उस आकृति के बारे में वैज्ञानिक विधि अथवा किसी अन्य विधि से जांच कराए जाने का कोई औचित्य नहीं है.
वहीं, हिंदू पक्ष के वकील ने मदन मोहन ने कहा कि हमलोगों ने कार्बन डेटिंग की मांग की है ताकि यह मालूम चल पाए कि शिवलिंग कितना प्राचीन है. बता दें कि अदालत ने बीते दिनों इस मामले में सुनवाई करते हुए कार्बन डेटिंग मामले पर अपने आदेश को सात अक्टूबर तक के लिए सुरक्षित रख लिया था. बताया जा रहा है कि वाराणसी कोर्ट दोपहर 2:00 बजे कार्बन डेटिंग को लेकर ज्ञानवापी परिसर मामले में फैसला सुनाएगा. इस बाबत वाराणसी कोर्ट के बाहर प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की है.
कार्बन डेटिंग के लिए शुरू हुआ हवन पूजन
इल बीच ज्ञानवापी में मिले कथित शिवलिंग के कार्बन डेटिंग पर फैसला आने से पहले ही वाराणसी में हवन पूजन शुरू हो गया है. हिन्दू संगठन के लोग वाराणसी के पांडेयपुर स्थित काली मंदिर में हवन पूजन कर रहे हैं. आयोजन राम सिंह ने कहा कि कार्बन डेटिंग की मांग पर फैसला हिन्दू पक्ष में आये, इसलिए हिन्दू पक्ष की ओर से मां काली से प्रार्थना की प्रार्थना की गई और हवन किया गया.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved