नई दिल्ली। झारखंड में चंपई सोरेन के मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले झारखंड कांग्रेस ने बवाल मच गया है। दरअसल झारखंड के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने दावा किया है कि कांग्रेस कोटे से बन रहे मंत्री और शपथ ले चुके मंत्री आलमगीर आलम को लेकर कांग्रेस के विधायक नाराज हैं। ऐसे में आलमगीर आलम को मंत्री पद से तो हटाया ही जाए। साथ ही अन्य विधायक बन्ना गुप्ता और बादल जो अभी मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं, उन्हें भी मंत्री न बनाया जाए। इसी बात को लेकर कांग्रेस के 10 विधायकों में भारी विरोध है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस कोटे के मंत्रियों का सत्र के बाद शपथ होना चाहिए। अगर ऐसै नहीं हुआ तो देर रात कांग्रेस के विधायक दिल्ली कूच करेंगे।
कैबिनेट विस्तार से पहले कांग्रेस की कलह
बता दें कि चंपई सोरेन सरकार में मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले ही झारखंड कांग्रेस के विधायकों की नाराजगी अब बाहर आ गई है। जानकारी के मुताबिक कई विधायकों ने खुद को कमरे तक में बंद कर लिया। दरअसल यह पूरा विवाद कैबिनेट विस्तार के ईर्द-गिर्द ही घूमता नजर आ रहा है। कांग्रेस विधायकों की नाराजगी को दूर करने का जिम्मा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को दिया गया। काफी मशक्कत के बाद कांग्रेस के विधायकों को मनाया जा सका और अब झारखंड में कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है।
कौन बनेगा झारखंड में मंत्री
बता दें कि चंपई सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल में कांग्रेस से 3 और जेएमएम से 6 विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। रामेश्वर ओराओं, बन्ना गुप्ता और बादल को कांग्रेस की तरफ से मंत्री बनाया जाएगा। बता दें कि ये तीनों दोबारा मंत्री बनने जा रहे हैं। वहीं जेएमएम से बैद्यनाथ राम, हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरने, दीपक बिरुआ, मिथिलेश ठाकुर, हाफिजुल हसन और बाबी देवी को मंत्री बनाया जाएगा। बता दें कि बैद्यनाथ राम, बसंत सोरेन और दीपक बिरुआ नए चेहरे हैं और बाकी अन्य को दोबारा मंत्री बनाया जा रहा है।
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