इंदौर। सालभर पहले सिंधिया के साथ कांग्रेस से भाजपा में आए कई नेताओं को अपने राजनीतिक पुनर्वास की आस है। कोई भाजपा संगठन में पद पाना चाह रहा है तो कोई निगम-मंडल से आस लगाए बैठा है। चूंकि कल राज्यसभा सांसद सिंधिया भोपाल आ रहे हैं, उसके पहले ही आस लगाए नेताओं ने मंत्री सिलावट पर डोरे डालना शुरू कर दिए हैं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री और वर्तमान में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों में सबसे ऊपर तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत का नाम आता है। इन नेताओं की सिंधिया सुनते भी हैं। सालभर पहले 28 विधायकों के साथ-साथ कई ऐसे नेता भी कांग्रेस छोडक़र भाजपा में आ गए थे जो सिंधिया में विश्वास रखते थे। सिंधिया ने उपचुनाव जीतकर आए अपने खास विधायकों को मंत्री बनवा दिया, लेकिन उनके समर्थक अभी भी अपने राजनीतिक पुनर्वास को लेकर आस लगाए बैठे हैं। इनमें मोहन सेंगर, अजय सेंगर, राजू चौहान, पवन जायसवाल, विपिन खुजनेरी, प्रमोद टंडन, पप्पू शर्मा, राजेश पांडे जैसे नेता शामिल हैं। सिंधिया कल दोपहर भोपाल आ रहे हैं और रात भी भोपाल में ही रूकेंगे। इस दौरान उनकी मुख्यमंत्री सहित प्रदेश संगठन से चर्चा होना है और माना जा रहा है कि वे समर्थकों के लिए भी बात करेंगे। इसके पहले मंत्री सिलावट के साथ सिंधिया समर्थकों की बंद कमरों में बातचीत चल रही है। दरअसल समर्थक सिलावट के माध्यम से अपनी बात सिंधिया तक पहुंचाना चाह रहे हैं। इनमें कुछ समर्थक सिलावट से भी जुड़े हैं। सिलावट का जोर अपने समर्थकों को भी भाजपा संगठन में पद दिलवाने पर है। चूंकि कुछ निगम-मंडल में भी नियुक्तियां होना है, इसलिए माना जा रहा है कि इनमें सिंधिया के खास समर्थकों को उपकृत किया जाएगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved