डेस्क: अगर आप भी पर्सनल लोन लेना चाहते हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है. पर्सनल लोन पर बैंक कई तरह के चार्जेज लगाता है. इसमें वेरिफिकेशन चार्ज से लेकर प्रोसेसिंग फी तक शामिल होती है. इन्ही चार्जेज से बैंक भी अपनी अच्छी खासी कमाई करते हैं.
अगर आप भी पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं तो आपको इन चार्जेज के बारे में जरूर जान लेना चाहिए. वैसे तो पर्सनल लोन आपको बहुत ही कम दस्तावेजों से आधार पर अप्प्रूव हो जाता है. यही वजह है कि आपको अचानक जरूरत पड़ने पर ये लोन आसानी से मिल जाता है.
पर्सनल लोन पर लगते हैं कई चार्जेज
- प्रोसेसिंग चार्ज- पर्सनल लोन लेते समय बैंक आपसे प्रोसेसिंग फीस के नाम पर तगड़ा अमाउंट चार्ज करते हैं. हर बैंक अपने ग्राहकों से अलग-अलग प्रोसेसिंग फीस चार्ज करता है. आपके टोटल लोन अमाउंट का ये 2.50% ही होता है.
- वेरिफिकेशन चार्ज- बैंक आपको लोने देने से पहले पूरी जांच पड़ताल करता है. इसके बाद ही आपको लोन अप्रूवल मिलता है. इसके लिए बैंक आपकी पूरी क्रेडिट हिस्ट्री को खंगालता है. इसके बाद इस वेरिफिकेशन के लिए चार्ज लेता है.
- EMI भूलने पर भी लगता है चार्ज- अब लोन लेने के बाद अगर आप उसकी EMI भरना भूल गए या लेट EMI भरते हैं तो बैंक उसपर भी आपसे लेट फीस चार्ज करता है.
- GST- लोन अप्रूवल मिलने के बाद ग्राहक को बैंक को कुछ अमाउंट GST के रूप में देना होता है.
- डुप्लीकेट स्टेटमेंट चार्ज- आपके लोन की भरपाई के लिए हर महीने एक स्टेटमेंट जेनेरेट होता है. अगर आप ये स्टेटमेंट खो देते हैं तो आपको दोबारा बैंक जाकर स्टेटमेंट निकलवाना पड़ता है. इसके लिए बैंक आपसे डुप्लीकेट स्टेटमेंट चार्ज लेता है.