डेस्क: सर्दियों के इस मौसम में अकसर लोगों को खांसी की समस्या हो जाती है. ये किसी एलर्जी या फिर ठंड के असर की वजह से होता है. कई बार खांसते समय छाती में दर्द भी होता है. हालांकि अधिकतर लोग इसे नजरअंदज कर देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. डॉक्टर बताते हैं कि खांसी के दौरान टेस्ट पेन लंग्स में हुई सूजन का एक संकेत हो सकता है. इसे प्लूरिसी संक्रमण कहते हैं. समय पर असर इस समस्या पर ध्यान नहीं देते तो लंग्स में गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
प्लोमोनोलॉजिस्ट डॉ विकास जैन बताते हैं कि प्लूरिसी एक इंफेक्शन होता है जो निमोनिया की वजह से बनता है. ये किसी फंगस या बैक्टीरिया से भी हो सकता है. इसके होने से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इनमें लंग्स में ब्लॉ क्लॉट होने और कुछ मामलों में कैंसर तक का भी खतरा रहता है. आमतौर पर लोग इस परेशानी को सामान्य इंफेक्शन या फिर ठंड की वजह से हो रही खांसी मान लेते हैं, जबकि ऐसा नहीं है. अगर खांसी के साथ छाती में दर्द भी है और दो से अधिक दिन तक यह परेशानी हो रही है तो इसे हल्के में न लें. इस स्थिति में तुरंत डॉक्टरों से संपर्क करें. चेस्ट सीटी स्कैन के माध्मय से लंग्स में हो रही किसी समस्या का पता चल जाएगा.
क्या होते हैं प्लूरिसी के लक्षण
कई दिनों तक रह सकता है संक्रमण
प्लूरिसी शरीर में कितने दिनों तक रहता है ये इस बात पर निर्भर कहता है कि ये किसी इंफेक्शन की वजह से हुआ हा या फिर बैक्टीरिया इसका कारण है. अगर वायरल संक्रमण से हुआ है तो चार से पांच दिन में खत्म हो जाता है, लेकिन अगर बैक्टीरिया के इंफेक्सन से है तो फिर इसमें सप्ताह भर का समय लग सकता है. इसके इलाज के लिए डॉक्टर दवाएं देते हैं. इनमें एंटीबायोटिक होती हैं. कुछ मामलों में अगर दर्द या सूजन ज्यादा हा तो एंटी -इंफ्लेमेंटरी ड्रग्स जैसे इबुप्रोफेन मरीज को दी जाती है.
कैसे करें बचाव
प्लूरिसी से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि स्वच्छ वातावरण में रहें. बाहर जाते समय मास्क लगराएं. अगर धूम्रापन करते हैं तो इसे छोड़ दें. लगातार खांसी हो रही है तो खुद से दवा न लेकर डॉक्टरों से सलाह लें.
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