डेस्क: ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि नव ग्रहों को एक निश्चित समय अंतराल है एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करना होता है. ये ग्रह कभी वक्री होते हैं तो कभी मार्गी होते हैं. जिसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पृथ्वी के अलावा प्रत्येक राशि के जातकों पर देखने को मिलता है. वैवाहिक जीवन, सुख समृद्धि के कारक ग्रह देव गुरु बृहस्पति 4 सितंबर 2023 दिन सोमवार को शाम 7:39 बजे अपनी उल्टी चाल प्रारंभ करेंगे. जो तीन राशि के जातकों को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं.
वृषभ राशि के जातक : गुरु ग्रह के वक्री होने से वृषभ राशि के जातकों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ज्योतिष गणना के अनुसार इस समय अवधि में वृषभ राशि के जातकों को सेहत से जुड़ी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है. परिवार में वाद विवाद की स्थिति बन सकती है यदि आप भवन या वाहन खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो इसे कुछ समय के लिए स्थगित करना वृषभ राशि के जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है.
मिथुन राशि के जातक : धन और संतान के कारक ग्रह देव गुरु बृहस्पति की वक्री दृष्टि मिथुन राशि के जातकों के लिए अशुभ हो सकती है. जो लोग व्यापार कर रहे हैं उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है यदि व्यापार को बढ़ाने का मन बना रहे हैं तो थोड़ा रुक जाएं. सोच समझकर इस तरफ निवेश करें. नौकरी करने वाले जातकों को अपने कार्य क्षेत्र में सतर्क रहने की आवश्यकता है.
कन्या राशि के जातक : ज्योतिष गणना के अनुसार गुरु ग्रह की वक्र दृष्टि कन्या राशि के जातकों के लिए कई समस्याएं लेकर आ रही है. जो लोग व्यापार कर रहे हैं उन्हें आर्थिक हानि हो सकती है. पारिवारिक जीवन में तनाव उत्पन्न हो सकता है. वैवाहिक जीवन में कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं जो आपको परेशान करेगी.
वृश्चिक राशि के जातक : वैदिक ज्योतिष के अनुसार जिन जातकों की राशि वृश्चिक है उनके लिए गुरु ग्रह की वक्री चाल कई समस्याएं ला सकती है. इस समय किसी भी तरह के वाद-विवाद से दूर रहें. अपने शब्दों को नियंत्रित रखें. परिवार में सामान्य स्थिति बनाए रखने की कोशिश करें और किसी के बारे में गलत बात बोलने से बचें.
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