नई दिल्ली: बीसीसीआई ने टी20 वर्ल्ड कप (BCCI T20 World Cup) के लिए महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को टीम इंडिया का मेंटॉर (Team India mentor) बनाया है और इस कदम की चारों ओर तारीफ हो रही है लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है. मीडिया रिपोर्ट्स (media reports) के मुताबिक बीसीसीआई की शीर्ष परिषद को धोनी की नियुक्ति के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत मिली है.
मध्य प्रदेश एसोसिएशन के पूर्व अधिकारी संजीव गुप्ता (Sanjeev Gupta) ने बीसीसीआई को खत लिख शिकायत की है कि धोनी की नियुक्ति हितों के टकराव का मामला है, जिसमें एक शख्स दो पदों पर एक साथ नहीं रह सकता है. बता दें धोनी आईपीएल (IPL) में चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) के कप्तान भी हैं और अब बीसीसीआई ने उन्हें टीम इंडिया के साथ बतौर मेंटॉर भी जोड़ा है. आपको बता दें राहुल द्रविड़ ने भी भारतीय अंडर-19 और इंडिया-ए का कोच बनने से पहले आईपीएल से अपना नाता तोड़ा था.
धोनी की नियुक्ति के मुद्दे पर कानूनी टीम से सलाह लेगी बीसीसीआई
बीसीसीआई के सूत्रों ने पीटीआई को बताया, ‘हां संजीव गुप्ता ने बीसीसीआई चीफ सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को शिकायती खत भेजा है. उन्होंने बीसीसीआई के संविधान की धारा 38 (4) का हवाला देते हुए कहा है कि इसके तहत एक शख्स दो पदों पर नहीं रह सकता है. बीसीसीआई की उच्च कमेटी को अब अपनी कानूनी टीम से इस मुद्दे पर सलाह लेनी होगी.’ बता दें धोनी एक टीम में बतौर खिलाड़ी खेल रहे हैं और दूसरी जगह वो मेंटॉर की भूमिका में रहेंगे इस मसले पर सवाल उठने ही थे और बीसीसीआई के ऐलान के अगले ही दिन ऐसा हो भी गया.
बता दें बुधवार रात 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हुआ. हालांकि टीम के ऐलान से बड़ी खबर ये थी कि धोनी बतौर मेंटॉर टीम के साथ यूएई में रहेंगे. सचिव अमित शाह ने मीडिया को बताया कि उन्होंने खुद धोनी से यूएई में इस मुद्दे पर बातचीत की और वो इस भूमिका के लिए तैयार हैं. शाह ने ये भी बताया कि विराट कोहली और हेड कोच रवि शास्त्री भी धोनी को बतौर मेंटॉर नियुक्त करने से खुश हैं. धोनी की अगुवाई में ही भारत ने 2007 में पहला टी20 वर्ल्ड कप जीता था. साल 2014 में टीम फाइनल तक पहुंची और 2016 में उसने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था.
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