नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेटिंग बॉडी है। पैसों के मामले में दुनिया का कोई भी बोर्ड बीसीसीआई के आस-पास भी नहीं है। यही कारण है कि भारत के पास दुनिया के सबसे अमिर खिलाड़ियों से लेकर दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम तक मौजूद है। पिछले पांच सालों में बीसीसीआई ने कमाई के मामले में गजब की उछाल देखी है। यही कारण है कि फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में बीसीसीआई ने पहली बार भारत सरकार को एक हजार करोड़ से ज्यादा का टैक्स भरा।
बीसीसीआई ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में टैक्स के रूप में 1,159 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। विशेष रूप से, यह पिछले फाइनेंशियल ईयर की तुलना में 37 प्रतिशत अधिक है। जहां उन्होंने 7,606 करोड़ की कमाई की है। वित्त वर्ष 2020-21 में, बीसीसीआई ने टैक्स में 844.92 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जबकि 2019-20 वित्तीय वर्ष में 882.29 करोड़ रुपये का भुगतान किया। वहीं भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने वित्त वर्ष 2018-19 में टैक्स के रूप में 815.08 करोड़ रुपये का भुगतान किया। कुल मिलाकर देखा जाए तो बीसीसीआई ने पिछले चार सालों में 3701.29 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में दिए हैं।
भारत में इसा साल वनडे वर्ल्ड कप खेला जाएगा। इस बड़े टूर्नामेंट के आयोजन के लिए बीसीसीआई करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। ऐसे में बीसीसीआई आईसीसी की ओर से भारत सरकार को अगले क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के लिए टैक्स के रूप में 963 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा। भारत को साल 2014 में आईसीसी के तीन बड़े इवेंट दिए गए। साल 2016 और 2021 का टी20 वर्ल्ड कप और साल 2023 में वनडे वर्ल्ड कप। जिसके लिए बीसीसीआई और आईसीसी ने पहले ही एक मेजबान समझौता किया जिसमें टैक्स की छूट शामिल थी। सौदे के अनुसार, बीसीसीआई टैक्स लाभ प्राप्त करने में आईसीसी की सहायता करेगा।
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