मुंबई। बायर ने सामाजिक स्वास्थ्यरक्षा उपक्रम आरोग्य फाइनेंस के साथ अपनी भागीदारी की घोषणा की है। यह भागीदारी भारत में आइलिया ईजी पे प्रोग्राम मुहैया कराने के लिए की गई है। इससे आइलिया (एफ्लिबरसेप्ट सॉल्यूशन) इलाज के लिए रोगियों को आसान और किफायती भुगतान समाधान प्रदान करने में मदद मिल सकेगी।
इसस भागीदारी से यह फाइनेंसिंग समाधान देशभर में उपलब्ध होंगे। महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, बंगाल, केरल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, आदि जैसे राज्यों में सेंटर्स अपने रोगियों को यह प्रोग्राम उपलब्ध कराएंगे। भारत में लगभग 6 करोड़ 70 लाख लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं और उनमें से लगभग 30 लाख से 45 लाख लोगों को डायबिटिक मैक्युलर एडीमा (डीएमई) जैसे डायबिटिक आई के रोगों के कारण दृष्टि सम्बंधी समस्याएं हैं। बायर के आइलिया का उपयोग बुजुर्गों को प्रभावित करने वाले वेट एएमडी और डायबिटीज के रोगियों को प्रभावित करने वाले डीएमई के उपचार के लिए किया जाता है। यह सीधे आंख में इंजेक्शन द्वारा दिया जाता है। बायर ज़ाइडस फार्मा के मैनेजिंग डायरेक्टर और कंट्री डिविजन हेड साउथ एशिया, मनोज सक्सेना के अनुसार आरोग्य फाइनेंस के साथ भागीदारी कर हम दृष्टि को सुधारने और उसे बनाये रखने के लिये समाधान देने और बेहतर स्वास्थ्य की यात्रा में रोगियों को सहयोग देने की अपनी प्रतिबद्धता का विस्तार कर रहे हैं।
आरोग्य फाइनेंस के को-फाउंडर और सीईओ जोस पीटर के मुताबिक आरोग्य फाइनेंस में हम ऐसा इकोसिस्टम बनाने के लिए काम कर रहे हैं, जो उपचार के लिए वित्तीय समाधानों की आसानी से रोगियों और उनकी देखभाल करने वालों को फायदा पहुंचाए। हिन्दुजा हॉस्पिटल के डॉ. निशांत कुमार ने बताया कि कुछ रोगी अंधा कर देने वाले इन रोगों के उपचार के लिए अग्रिम खर्च नहीं जुटा सकते हैं, लेकिन अगर उन्हें समय दिया जाए, तो वे इस राशि का भुगतान कर सकते हैं। बायर के साथ मिलकर आरोग्य फाइनेंस आर्थिक सहयोग के जिस प्रोग्राम की पेशकश कर रहा है, वह निश्चित रूप से उपचार के अनुपालन में रोगियों की मदद करेगा। (एजेंसी, हि.स.)
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