नई दिल्ली । भारतीय टीम (Indian Team) का इंग्लैंड (England) दौरा शुरू हो चुका है. टीम इंडिया (Team India) इस वक्त इंग्लैंड (England) में है और इस वक्त क्वारंटीन (quarantine) का वक्त पूरा कर रही है. इस बीच केवल एक ही खिलाड़ी ऐसा है, जो इंग्लैंड (England) में काफी पहले से है और इंग्लैंड की स्थितियों को काफी हद तक उन्होंने समझ भी लिया है. वे हैं हनुमा विहारी. अब हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) का कहना है कि इंग्लैंड (England) में बल्लेबाजी करना ना सिर्फ ड्यूक्स गेंद के कारण बल्कि यहां के अप्रत्याशित वातावरण के कारण चुनौतीपूर्ण है. हनुमा विहारी ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया (Austrelia) में कूकाबूरा सॉफ्ट थी, लेकिन ड्यूक्स अलग है. इसमें गेंदबाज के लिए हमेशा कुछ रहता है जो चैलेंज होता है. आईपीएल (IPL) नीलामी में उपेक्षित किए जाने के बाद हनुमा विहारी काउंटी खेलने के लिए इंग्लैंड आए थे. हालांकि, इसमें उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और वह सिर्फ एक बार ही अर्धशतक जड़ सके थे.
हनुमा विहारी ने क्रिकइंफो से बात करते हुए कहा कि जब मैं अप्रैल में इंग्लैंड में आया तो यहां ठंड थी. अगर आपको यह विश्वास भी हो जाए कि आप सेट हो गए तो भी आप आश्चर्य में रह जाएंगे. मुझे लगा था कि विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा है लेकिन ड्यूक्स गेंद के कारण तेजी रही. उन्होंने कहा कि जैमी पोर्टर की गेंद ने मुझे चकमा दिया. वह अच्छी गेंद थी लेकिन उस वक्त मैं आश्चर्यचकित रह गया था. हनुमा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में गार्ड लेग स्टंप्स की तरफ रहता है लेकिन इंग्लैंड में आपको लाइन में रहकर खेलना पड़ता है और ऑफ स्टंप्स को जज करना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि मैंने मिडल स्टंप पर खेलना शुरू किया लेकिन आपको याद रखना होता है कि अगर स्टंप लाइन गेंद होती है आपको स्ट्रेट खेलना होता है. विहारी ने कहा कि यहां खेलना चुनौतीपूर्ण है. ओवरहेड वातावरण बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि जब मौसम सनी रहता है तो बल्लेबाजी करना असान होता है लेकिन इस वातावरण में गेंद मूव्स करती है. काउंटी में मुझे इस चुनौती का सामना करना पड़ा. काउंटी चैंपियशिप की पहली पारी में स्टुअर्ट ब्रॉड ने हनुमा को खाता खोले बिना आउट किया था. हनुमा ने कहा कि मुझे लगा कि मैं ड्राइव कर सकता हूं लेकिन इंग्लैंड में आपको अपने शॉट चयन पर ध्यान देने की जरूरत है. भारत में आप आराम से खेल सकते हैं.
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