इंदौर । इंदौर (Indore) शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों (electric vehicles) के चलन में तेजी आई है. इसको लेकर बैटरी को चार्ज (battery charge) करने में समय न लगे इसे देखते हुए मुंबई बेस्ड स्टार्टअप कंपनी ‘वोल्टअप’ (voltup) ने इंदौर शहर में बैटरी स्वैपिंग सेंटर की शुरुआत की है. जिसके दो सेंटर खोले गए हैं. एक उषा नगर में तो दूसरा परदेशीपुरा में खुला है.
अभी सिर्फ इसे मिलेगी सुविधा
दरअसल शहर में तेजी से बढ़ रहे इलेक्ट्रिक वाहनों के बीच इंदौर में बैटरी स्वैपिंग स्टेशन की भी शुरुआत हो गई है. जिसे वाहन चालकों को स्मार्ट कार्ड से एटीएम की तर्ज पर खाली बैटरी के बदले फुल चार्ज बैटरी मिल सकेगी. बैटरी स्वैपिंग की सुविधा फिलहाल व्यावसायिक वाहन जैसे टु व्हीलर और थ्री व्हीलर के लिए ही शुरू की गई है. भविष्य में चार पहिया वाहनों को भी स्वैपिंग की सुविधा मिल सकेगी ऐसी व्यवस्था की जाएगी. स्वेपिंग स्टेशन पर पर पंजीकृत वाहनों को तय शुल्क के बदले नई बैटरी दी जाएगी. साथ ही एक स्मार्ट कार्ड भी दिया जाएगा.
इस तरह मिलेगी बैटरी
स्टेशनों पर कुछ खास लॉकरनुमा बॉक्स लगाए गए हैं जो की डिजिटल हैं. इन बाक्सों के अंदर ही बैटरी चार्जिंग सॉकेट से जुड़कर बैटरी रखी रहेगी. वाहन चालक को सीधे अपने पंजीकृत स्मार्ट कार्ड से एटीएम की तरह अपना कार्ड स्कैन करना होगा। जैसे ही कार्ड स्कैन होगा वैसे ही फुल चार्ज बैटरी वाला बॉक्स ऑटोमैटिक खुल जाएगा. चालक अपनी डिस्चार्ज बैटरी वहां रखकर चार्ज बैटरी ले सकेंगे. महज इस प्रक्रिया में दो से तीन मिनट लगेंगे. स्टेशनों से दी जा रही बैटरी की क्षमता 70 किमी तक चलने की रहेगी.
मापदंडों के आधार पर रखा गया शुल्क
वहीं स्वैपिंग स्टेशन का चार्जिंग बॉक्स को एसी में रखा गया है. वाहन से निकली बैटरी गर्म होती है. चार्जिंग से पहले उसका तापमान कम किया जाता है. चार्जिंग के दौरान भी तापमान हमेशा 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है. यह डिजिटल मशीन में माइक्रोप्रोसेसर आधारित प्रणाली इसका नियंत्रण करती है. इसलिए रजिस्टर्ड किए जा रहे वाहनों की पुरानी बैटरी के बदले उन्हें नई बैटरी भी स्टेशन से ही दी जाती है. वाहन चालक के पास मौजूद स्मार्ट कार्ड में ही प्री-पेड सिस्टम से चार्जिंग का शुल्क जमा किया जाता है. जिसका शुल्क भी मापदंडों के आधार पर रखा गया है.
जरूरत के हिसाब से बढ़ेगी संख्या
वोल्टअप के निखिल माथुर के अनुसार इस तरह के स्वैपिंग स्टेशन फिलहाल राजस्थान, हरियाणा, उप्र, रांची, कोलकाता में शुरू हो चुके हैं. 2020 से कंपनी ने परीक्षण शुरू किया था. जिसके बाद अब इंदौर में दो स्टेशन खोले गए हैं. आगे जरूरत के हिसाब से स्टेशन की संख्या बढ़ाई जाएगी.
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