बड़वानी। इंदौर लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) की टीम ने शनिवार को बड़वानी जिला मुख्यालय स्थित वन मंडलाधिकारी कार्यालय में पदस्थ एक बाबू को 2500 रुपये की रिश्वत (bribe) लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि बाबू ने यह रिश्वत फर्नीचर दुकान के पंजीयन कराने के एवज में मांगी थी, जिसकी फरियादी द्वारा शिकायत की गई। इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई को अंजाम दिया। इंदौर लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) निरीक्षक आशा सेजकर ने बताया कि ग्राम अंजड़ निवासी गौतम पवार फर्नीचर का काम करता है और उसने फर्नीचर की दुकान का पंजीयन कराने के लिए बड़वानी के वन मंडलाधिकारी कार्यालय में आवेदन दिया था, लेकिन कार्यालय में पदस्थ बाबू इंदर सिंह सिसोदिया ने फर्नीचर दुकान के पंजीयन के एवज में तीन हजार रुपये की रिश्वत की मांग की। गौतम पवार ने इसकी शिकायत इंदौर लोकायुक्त (Lokayukta Police) कार्यालय में की थी। शिकायत की पुष्टि के बाद शनिवार को फरियादी को पैसे लेकर वन मंडलाधिकारी कार्यालय भेजा और जैसे ही उसने बाबू इंदर सिंह सिसोदिया को पैसे दिये, उसी समय लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगेहाथों दबोच लिया। आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है और फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है। (हि.स.)