मुंबई । मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले (Sitting MP Supriya Sule) ने कहा कि बारामती चुनाव (Baramati Election) किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं (Not against any Person), बल्कि विचारधारा की लड़ाई है (But Fight an Ideology) । बारामती से एनसीपी (सपा) उम्मीदवार और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले ने रविवार को दावा किया कि उनकी अपनी भाभी और एनसीपी अजीत पवार गुट की उम्मीदवार सुनेत्रा पवार के साथ कोई लड़ाई नहीं है। यह दो परिवार के सदस्यों के बीच लड़ाई नहीं, विचारधारा की लड़ाई है।
उन्होंने कहा, “यह भाजपा की दमनकारी और गलत नीतियों, भ्रष्टाचार, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई है। चुनावी बॉन्ड एक बड़ा घोटाला है। जहां तक बारामती का सवाल है, पीने और कृषि के लिए पानी की उपलब्धता मुख्य मुद्दा है, जिसे मैं उठाउंगी।” सुप्रिया ने दावा किया, “भाजपा नेता बारामती आते हैं और मतदाताओं से शरद पवार को हराने के लिए कहते हैं, लेकिन वे विकास के मुद्दों पर वोट नहीं मांगते। यह कितनी विडंबना है कि भाजपा ने परिवार (पवार) में विभाजन करा दिया और अब उन्हें मेरे ख़िलाफ़ एक महिला (सुनेत्रा पवार) की जरूरत है।”
सुप्रिया ने कहा, “भाभी मेरी मां की तरह हैं, क्योंकि मैं ऐसे ही संस्कारों में पली-बढ़ी हूं। जैसा कि मैंने बार-बार कहा है कि यह किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि विचारधारा की लड़ाई है।” सुले ने कहा कि उन्होंने न तो कोई गाली दी है और न ही किसी के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। सुप्रिया ने दावा किया कि वह चुनाव को एक चुनौती के रूप में लेती हैं, न कि परिवार या दोस्तों के बीच लड़ाई के रूप में।
सुप्रिया ने कहा, “लोकसभा में लोगों ने मेरा प्रदर्शन देखा है। मैं हमेशा संसद में तय की गई नीतियों पर बहस में सक्रिय भागीदार रही हूं। मैं सांसद के रूप में अपने कर्तव्य के साथ-साथ किसी भी चुनाव को कभी भी हल्के में नहीं लेती।” उन्होंने यह भी कहा कि उन पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है। सुप्रिया ने अपने नामांकन के लिए अपनी पार्टी और तीन कार्यकाल तक सेवा करने का मौका देने के लिए बारामती के मतदाताओं को धन्यवाद दिया।
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