नई दिल्ली: पब्लिक सेक्टर के बैंक ऑफ बड़ौदा (BOI) में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है. बैंक ऑफ बड़ौदा उसका क्रेडिट कार्ड बिजनेस संभालने वाली कंपनी बीओबी फाइनेंशियल सॉल्युशंस लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है. अभी ये कंपनी पूरी तरह से यानी 100 प्रतिशत बैंक ऑफ बड़ौदा के पास है.
दरअसल बैंक ने क्रेडिट कार्ड बिजनेस में स्ट्रैटेजिक इंवेस्टर को शामिल करने के लिए हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. इसके लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल्स जारी कर दिया गया है. उम्मीद की जा रही है कि बैंक के इस विनिवेश की प्रोसेस एक साल के अंदर पूरी हो जाएगी.
कंपनी ने बांटे 12 लाख क्रेडिट कार्ड
बीओबी फाइनेंशियल ने वित्त वर्ष 2022-23 में करीब 12 लाख क्रेडिट कार्ड जारी किए हैं. जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में महज 5 लाख क्रेडिट कार्ड ही वह वितरित कर सकी थी. इस तरह कंपनी का बिजनेस एक साल में ही लगभग दोगुना बढ़ा है.
बैंक की एनुअल रिपोर्ट में कहा गया है कि उसका रिटेल स्पेंड भी 2022-23 में दोगुना हुआ है. ये 17,300 करोड़ रुपये रहा है जो 2021-22 में करीब 7,000 करोड़ रुपये था.
प्रॉफिट में बीओबी फाइनेंशियल का कारोबार
बीओबी फाइनेंशियल का कारोबार इस समय प्रॉफिट में है. कंपनी का प्रॉफिट 2022-23 में 24.62 करोड़ रुपये रहा है जो 2021-22 में महज 10.07 करोड़ रुपये था. बीओबी फाइनेंशियल को पहले बीओबी कार्ड्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था. इसकी स्थापना साल 1994 में नॉन-बैकिंग फाइनेंस कंपनी के तौर पर हुई थी.
बीओबी के हिस्सेदारी बेचने का होगा ये असर?
बीओबी फाइनेंशियल्स में बैंक ऑफ बड़ौदा में हिस्सेदारी बेचने से बैंक को इसमें एक से ज्यादा निवेशक शामिल करने की सुविधा मिलेगी. ऐसे करने से कंपनी के ग्रोथ करने और अधिक प्रोफेशनल तरीके से काम करने की संभावना बढ़ेगी. साथ ही ग्राहकों को कई तरह के ऑफर्स की भी पेशकश की जा सकती है जो बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्ड्स को मार्केट में मौजूद अन्य कार्ड से कम्पीट करने का मौका देंगे.
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