मुंबई: डिजिटल होती दुनिया में हमारी पहचान भी आभासी दुनिया में तैर रही है. हमारी खुद की पहचान जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड से लेकर बैंक डिटेल, शॉपिंग डिटेल, हम कहां घूमने गए, कहां ठहरे, कहां बात की… ये तमाम जानकारियां इंटरनेट पर मौजूद हैं. और इनका फायदा उठाते हैं साइबर ठग. फर्जी ऐप या लिंक के द्वारा भी हमारा डेटा चुराने का काम किया जाता है.
ताजा मामला एंटी वायरस ऐप से डेटा चुराने का है. बताया जा रहा है कि एंटी वायरस ऐप्स ने करीब 15,000 यूजर्स की बैंक डिटेल चुरा ली हैं. जानकारी मिली है कि गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) से हजारों यूजर्स ने एंटी-मालवेयर ऐप्स डाउनलोड किए, जिन्होंने उनके डिवाइस की सुरक्षा करने के बजाय कई वायरस छोड़ दिए और यूजर्स की तमाम निजी जानकारी चुरा ली. हालांकि, इस घटना का पता चलने के फौरन बाद गूगल ने एक्शन लेते हुए प्ले स्टोर से 6 एंटी वायरस ऐप्स को हटा दिया है. लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था.
कैसे चोरी हुई जानकारी
साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर्स चेक प्वाइंट (Check Point Software) के मुताबिक, इन एंटी वायरस ऐप्स ने Sharkbot Android Malware के साथ मिलकर 15,000 से ज्यादा यूजर्स की निजी जानकारी और बैंक डिटेल हासिल कर ली है. यह मालवेयर कई एडवांस टेक्नोलॉजी डोमेन जनरेशन ऑल्गोरिद्म-डीजीए का इस्तेमाल करता है. बताया जाता है कि डीजीए को मालवेयर की दुनिया में बहुत कम ही इस्तेमाल किया जाता है.
Sharkbot मालवेयर अपने यूजर्स निजी जानकारी को एक स्पेशल विंडो में सब्मिट करने की बात कहता है. और कुछ यूजर्स ऐसा कर भी देते हैं. और जब यूजर्स कोई ट्रांजैक्शन करते हैं तो उनकी सारी पर्सनल जानकारी लीक हो जाती है.
राहत की बात
राहत की बात ये है कि इस मालवेयर ने भारत में यूजर्स को अपना निशाना नहीं बनाया है. उसने भारत, चीन, रोमानिया, रूस, यूक्रेन और बेलारूस के यूजर्स को टारगेट नहीं किया है. प्रभावित यूजर्स में ज्यादातर इटली और ब्रिटेन के हैं.
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