नई दिल्ली (New Delhi)। दिल्ली पुलिस (Delhi Police)ने बांग्लादेश (bangladesh)से आकर दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR)में डकैती और लूट की बड़ी वारदात को अंजाम (commit a major crime)देने वाले पांच बदमाशों की पहचान (identification of criminals)की है। खास बात यह है कि इन्होंने अपना अलग-अलग गिरोह बना रखा है। वारदात को अंजाम देने के बाद हर बार गिरोह के गुर्गे बदल देते हैं, ताकि पुलिस इन तक न पहुंच सके। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए डोजियर (आपराधिक रिकॉर्ड) अपडेट किया है। इनको पकड़ने के लिए पड़ोसी जनपद के साथ मिलकर ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। इसमें से कुछ सलाखों के पीछे हैं, जबकि कुछ की तलाश है। धर-पकड़ के इस क्रम में पुलिस ने दो लाख के ईनामी बदमाश मोहम्मद मिराज को दबोचा है।
नए चेहरों के साथ गिरोह बनाते हैं
जांच में सामने आया है कि आरोपी नए चेहरों के साथ गिरोह बनाते हैं। ज्यादातर सरगना किसी से संपर्क करने के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते। जांच में यह भी पता चला है कि लूट या डकैती के दौरान पुलिस को गुमराह करने के लिए मोबाइल फोन चुराकर उसे किसी लंबी रूट की ट्रेन या बस में रख देते हैं, ताकि पुलिस को लगे कि वे किसी खास जगह की ओर भाग रहे हैं।
अपराध से कमाई संपत्ति
कुख्यात बदमाशों और संगठित अपराधियों की जांच में जुटी टीम का कहना है कि इन लोगों ने अपराध की कमाई से जो भी संपत्ति अर्जित की है। पुलिस उनकी पहचान कर कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।
अब तक इन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई
● मोहम्मद मिराज ने दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई शहरों में करीब 50 छोटी-बड़ी वारदात को अपने गुर्गों के साथ मिलकर अंजाम दिया है। बदमाश पर दो लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। 15 मार्च, 2024 को मुठभेड़ के बाद इसको पकड़ा गया।
● मुगलशेर ने भी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों समेत उत्तर भारत के कई शहरों में करीब 40 वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने 15 सितंबर, 2022 को उसे गिरफ्तार किया था।
● बांग्लादेशी गिरोह के मास्टरमाइंड खैरुल को पुलिस ने 06 मार्च, 2021 को पकड़ा था। वह 1997 से वारदात को अंजाम देता आ रहा था। उसका गिरोह दिल्ली-एनसीआर में 19 वारदातों को अंजाम दे चुका है।
● रुस्तम उर्फ सुहाग को पुलिस ने 25 अक्तूबर, 2020 में दबोचा था। इसके गिरोह के सदस्य दिल्ली-एनसीआर के अलावा गोवा में भी करीब दो दर्जन अधिक वारदात को अंजाम दे चुका हैं।
● फारुख उर्फ असलम भी गिरोह का सरगना है। इसके गुर्गे दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, बल्कि कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और गोवा में भी सक्रिय था। पुलिस ने असलम को 30 जुलाई, 2019 को गिरफ्तार किया था।
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