नई दिल्ली. सोमवार को बांग्लादेश (Bangladesh) में लाखों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना (Prime Minister Sheikh Hasina) का इस्तीफा मांगते हुए सड़कों पर उतरे. दोपहर होते-होते शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं. उनके इस्तीफे की खबर आर्मी चीफ वकार-उज-जमान (army chief waqar-uz-zaman) ने दी, जिन्होंने बताया कि अब देश में अंतरिम सरकार बनेगी.
इसी बीच बांग्लादेश की राजधानी ढाका से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आईं जो अफगानिस्तान (Afghanistan) और श्रीलंका (Sri Lanka) के संकट की याद दिलाती हैं, जब इन देशों में भी इसी तरह की अराजकता देखी गई थी.
1971 में जब बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजादी मिली थी, तब शेख मुजीबुर रहमान ने इस आंदोलन की अगुवाई की थी. 5 अगस्त को प्रदर्शनकारियों ने उनकी बेटी शेख हसीना के खिलाफ सड़कों पर उतरकर मुजीब की प्रतिमा को तोड़ दिया. यह तस्वीर अब बांग्लादेश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है.
लोगों को याद आई अफगानिस्तान में हुई अराजकता
जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया, तो काबुल एयरपोर्ट पर भी भारी अराजकता देखी गई. एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल था, भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी, और लोग देश छोड़कर जाना चाह रहे थे. हालांकि, ऐसा सबके लिए मुमकिन नहीं हो पा रहा था. फिर कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आईं, जो दुनिया भर में फैल गईं और अफगानिस्तान की स्थिति को बयां कर दीं.
इस बीच एक वीडियो सामने आया जो सिहरन पैदा कर दिया. इसमें दिखाया गया है कि लोग हवाई जहाज से लटक कर जाने की कोशिश कर रहे थे. जैसे ही विमान हवा में पहुंचा, वे नीचे गिर गए. बताया गया कि ये लोग C-17 विमान से लटक कर देश छोड़ना चाह रहे थे, लेकिन विमान के हवा में उठते ही वे काबुल हवाई अड्डे के पास ही गिर गए.
वहीं, कल बांग्लादेश के पीएम हाउस की भी तस्वीरें सामने आईं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई फुटेज वायरल हुए, जिनमें प्रदर्शनकारियों को पीएम हाउस के बेडरूम में आराम करते देखा जा सकता है. प्रदर्शनकारियों को पीएम हाउस के लॉन में टहलते और सामान लूटते भी देखा गया. एक वीडियो में कुछ लोग पीएम हाउस के किचन से चिकन उठाकर खाते हुए दिख रहे हैं.
सोशल मीडिया पर लोगों को श्रीलंका की त्रासदी की याद आ गई. 2022 में, भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में आर्थिक संकट के बाद जनता का गुस्सा भड़क उठा था. नाराज प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था, और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था. उस समय, प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन में घुसकर तोड़फोड़ की थी.
जहां राष्ट्रपति भवन के बाहर प्रदर्शनकारी गुस्से में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे तो भवन के अंदर पहुंच प्रदर्शनकारी मौज मस्ती करते दिखाई दिए. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में प्रदर्शनकारी स्वीमिंग पूल में नहाते दिखाई दिए. वहीं कुछ बेडरूम आराम फरमाते तो किचन पार्टी करते दिखे.
बांग्लादेश के प्रमुख मीडिया आउटलेट डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक आंदोलन के प्रमुख आयोजकों ने नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुख्य सलाहकार बनाने का प्रस्ताव दिया है.
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