डेस्क: बांग्लादेश में आरक्षण के मसले पर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब बेकाबू हो गया है. देश के हालात बिगड़ गए हैं. पीएम पद से शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. वह देश छोड़कर भाग गई हैं. इस बीच प्रदर्शन के दौरान एक तस्वीर सामने आई, जहां हिंसक प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति का सिर का हिस्सा हथौड़े से तोड़ दिया है.
बांग्लादेश की राजनीति में शेख मुजीबुर रहमान का कद कुछ ऐसा ही जैसा भारत में महात्मा गांधी हैं. ठीक उसी तरह बांग्लादेश की आवाम में मुजीबुर रहमान, बंगबंधु के नाम से जाने जाते हैं. प्रदर्शनकारी इतने उग्र हो चुके हैं कि उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति पर चढ़कर हथौड़े चलाए.
बांग्लादेश में शेख़ हसीना के इस्तीफ़े के बाद प्रदर्शनकारी ढाका स्थित प्रधानमंत्री के आवास में घुस गए हैं. तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री आवास का सामान उठाकर ले जाते हुए देखा जा रहा है. हालांकि, थोड़ी देर पहले ही शेख हसीना अपना इस्तीफ़ा देकर भारत के अगरतला शहर की तरफ रवाना हो गई हैं. उसके बाद बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज़ ज़मान ने देश को संबोधित कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है.
बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे को लेकर कई बार हिंसा भड़क चुकी है. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली कोटा सिस्टम को खत्म किया जाए. पहले जब हिंसा भड़की थी तब कोर्ट ने कोटे की सीमा को घटा दिया था. लेकिन हिंसा नहीं थमी और अब प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं और हिंसा कर रहे हैं. अब तक 300 से अधिक लोगों की इस प्रदर्शन में मौत हो गई है.
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