ढाका । बांग्लादेश (Bangladesh) की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने बांग्लादेशी नागरिकों को निकालने में मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और भारत सरकार को धन्यवाद दिया है. हसीना ने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) को संबोधित एक पत्र में कहा, ‘मैं यूक्रेन (Ukrainian) के सुमी ओब्लास्ट में फंसे भारतीयों के साथ कुछ बांग्लादेशी नागरिकों (Bangladeshi Citizens) को बचाने और निकालने में समर्थन और सहायता देने के लिए आपको और आपकी सरकार को अपना हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करने के लिए लिखती हूं.’इस संबंध में आपकी सरकार जो तहे दिल से सहयोग कर रही है, वह अद्वितीय और स्थायी संबंधों का एक वसीयतनामा है जिसका हमारे दोनों देश सालों से आनंद ले रहे हैं.
उन्होंने देश के पहले प्रधान मंत्री शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के अवसर पर पिछले साल पीएम मोदी की बांग्लादेश यात्रा को भी याद किया. उन्होंने कहा, ‘पिछले सालों में सभी स्तरों पर सार्थक जुड़ाव के माध्यम से हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत किया गया है.’उन्होंने होली की बधाई भी दी और विश्वास जताया कि दोनों देश एक-दूसरे के साथ खड़े रहेंगे.
हसीना ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि बांग्लादेश और भारत दोनों हमेशा एक-दूसरे के साथ खड़े रहेंगे और दोनों देशों के लोगों की सामूहिक आकांक्षाओं को साकार करने के लिए मिलकर काम करेंगे. मैं आपके अच्छे स्वास्थ्य और आगे होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देती हूं.’ बांग्लादेशी प्रधान मंत्री ने पहले भी 9 मार्च को ऑपरेशन गंगा के तहत बांग्लादेशी नागरिकों को निकालने के लिए अपने भारतीय समकक्ष को भी धन्यवाद दिया था. यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 20,000 से अधिक भारतीयों और अन्य नागरिकों को विशेष उड़ानों से भारत वापस लाया गया.
यूक्रेन में मौजूद रहे भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक नई एडवाइजरी जारी की. इस एडवाइजरी में कहा गया कि दूतावास अपने काम को जारी रखे हुए है. इसके अलावा, एडवाइजरी में उन लोगों के लिए कॉन्टैक्ट डिटेल्स मुहैया कराए गए, जो अभी भी दूतावास की सहायता चाहते हैं. भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों, भारतीय दूतावास अभी भी काम कर रहा है. हमसे ईमेल और हेल्पलाइन नंबर के जरिए संपर्क किया जा सकता है. ईमेल आईडी है- cons1.kyiv@mea.gov.in.
गौरतलब है कि अभी भी 15-20 भारतीय यूक्रेन में फंसे हैं, जो वहां से निकलना चाहते हैं. सरकार की तरफ से दी गई इस जानकारी में कहा गया है कि ऑपरेशन गंगा अभी ख़त्म नहीं हुआ है. सरकार ने बताया है कि युद्ध के इलाके में फंसे हुए कुछ भारतीय सुरक्षित निकलने का अभी भी इंतजार कर रहे हैं. सरकार ने आश्वासन दिया है कि ऑपरेशन गंगा के तहत बचाव की फ्लाइट्स समाप्त नहीं हुई हैं और इन भारतीयों के बचाव की भी तैयारी की जा रही है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved