ढाका (Dhaka)। बांग्लादेश के विदेश मंत्री (Bangladesh Foreign Minister) डॉ. ए. के. अब्दुल मोमेन (Dr. A. Of. Abdul Momen) ने कहा कि उनका देश संतुलित और स्वतंत्र विदेश नीति का पालन करता है और वह किसी भी देश के अधीन नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका देश चीन का पिछलग्गू नहीं है।
उन्होंने चीन को विकास भागीदार बताया, लेकिन ऐसी किसी भी संभावना से इनकार किया कि बांग्लादेश को ‘चीनी ऋण जाल’ में फंसाया जा सकता है जैसा कि कुछ समूहों द्वारा प्रचार किया जा रहा है। विदेश मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश किसी भी देश के अधीन नहीं है और विशेष रूप से ढाका का झुकाव कभी भी चीन की ओर नहीं रहा है, क्योंकि वह संतुलित और स्वतंत्र विदेश नीति (Balanced and independent foreign policy) रखता है।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. ए. के. अब्दुल मोमेन ने बड़े ही साफ लफ्जों में कहा है कि हम किसी के पिछलग्गू नहीं हैं हम चीन के पिछलग्गू नहीं हैं. मोमेन ने भारत के साथ ढाका के संबंधों को काफी मजबूत बताया और कहा है कि हम भारत के साथ अपने संबंधों में एक सुनहरे अध्याय में हैं. आपको बता दें कि चीन की कर्च देने वाली ट्रैप पॉलिसी अब बाकि मुल्कों को भी समझ आने लगी है।
चीन पहले ही भारत के पड़ोसी मुल्क श्रीलंका को अपने इस जाल में फंसा चुका है और उसका हम्बनटोटा बंदरगाह अब 99 साल की लीज पर चीन के पास जा चुका है। वहीं पाकिस्तान को भी चीन ने अपने कर्ज तले दबा रखा है. आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन ने इंडोनेशिया में 55.07 अरब डॉलर का निवेश किया है।
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