नई दिल्ली। दिवाली की रात साइक्लोन सितरंग (Cyclone Sitrang) के तूफान की चपेट में आने से बांग्लादेश (Bangladesh) में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। एक खबर में आपदा मंत्रालय के प्रवक्ता निखिल सरकार (Nikhil Sarkar) के हवाले से बताया गया कि बरगुना, नारेल, सिराजगंज और द्वीपीय जिले भोला से मौतों की सूचना मिली है। वहीं, कॉक्स बाजार तट से हजारों की संख्या में लोगों और मवेशियों को सुरक्षित स्थान ले जाया गया है। दूसरी ओर आज इस चक्रवात के पश्चिम बंगाल (West Bengal), ओडिशा, असम और मेघालय में कहर बरपाने की संभावना है। मंगलवार को मेघालय के चार जिलों में आज सभी शैक्षणिक संस्थानों की छुट्टी रहेगी।
चक्रवात सितरंग न सिर्फ भारतीय राज्यों बल्कि पड़ोसी मुल्कों में भी कहर बरपा रहा है। बांग्लादेश में सोमवार रात साइक्लोन की तबाही में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। कॉक्स बाजार के उपायुक्त मामुनूर राशिद ने बताया कि तट पर हजारों लोगों और पशुओं को चक्रवाती तूफान सितरंग के कारण खराब मौसम की वजह से सोमवार को चक्रवात आश्रयों में ले जाया गया। चक्रवात ने चटगांव-बरिसाल तट पर रात करीब 9:00 बजे (8:30 बजे IST) लैंडफॉल किया।
स्कूल-कॉलेज बने राहत शिविर
उपायुक्त मामुनूर राशिद ने कहा, “आस-पास के शैक्षणिक संस्थानों को भी जरूरत पड़ने पर आश्रय के रूप में इस्तेमाल करने के लिए तैयार रखा गया है।” उन्होंने कहा, “जान और संपत्ति की रक्षा के लिए लोगों को आश्रय स्थलों से निकाला जा रहा है।”
बंगाल समेत कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
चक्रवात सितरंग के भारतीय राज्यों में भी भारी बारिश होने की संभावना है। इसलिए एहतियात के तौर पर कई हजार लोगों को पश्चिम बंगाल के निचले इलाकों से निकाला गया, जिसमें 100 से अधिक राहत केंद्र खोले गए। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में आज अधिकांश स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
मेघालय में शैक्षणिक संस्थान बंद
बांग्लादेश की सीमा से लगे मेघालय के चार जिलों पूर्व और पश्चिम जयंतिया हिल्स, पूर्वी खासी हिल्स और दक्षिण पश्चिम खासी हिल्स में प्रशासन ने अधिकारियों को चक्रवात के मद्देनजर मंगलवार को सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का निर्देश दिया। वहीं, मछुआरों को दोपहर तक पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों के साथ-साथ बंगाल की उत्तरी खाड़ी में न जाने की सलाह दी गई है।
फसलों के नुकसान की आशंका
त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय, मणिपुर और दक्षिण असम में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कृषि और बागवानी फसलों सहित खड़ी फसलों को नुकसान होने की आशंका है।
रोहिंग्याओं को शिफ्ट करने की तैयारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात सितरंग कमजोर होकर एक डीप डिप्रेशन में बदल गया है और ढाका से लगभग 90 किमी उत्तर-पूर्व में अगरतला से 60 किमी उत्तर-उत्तर-पश्चिम में केंद्रित है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले तीन घंटों के दौरान चक्रवात के कमजोर पड़ने और अगले छह घंटों के दौरान एक कम दबाव वाले क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है। भाशन चार के नव-निर्मित गाद द्वीप, जहां बांग्लादेश रोहिंग्या शरणार्थियों को स्थानांतरित किया जा रहा है, में भारी बारिश और तेज हवाओं से प्रभावित होने की आशंका है।
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