ढाका: बांग्लादेश (Bangladesh) के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान (Army Chief General Waqar-uz-Zaman) ने खुलासा किया है कि सेना ने अवामी लीग (Awami League) सरकार के कुछ प्रभावशाली लोगों को शरण दी है। उन्होंने बताया कि इन लोगों की जान को खतरा (life in danger) है। जनरल वाकर ने यह भी कहा कि उन्होंने सिर्फ उन लोगों को शरण दी है, चाहे उनकी पार्टी, राय या धर्म कुछ भी हो। सेना प्रमुख ने कहा कि अगर इनमें से किसी के खिलाफ कोई आरोप है, कोई मामला दर्ज किया गया है, तो उन्हें न्याय के कटघरे में पेश किया जाएगा। हालांकि, हम उनके खिलाफ कोई हमला या एक्स्ट्रा ज्यूडिशियल कार्रवाई नहीं चाहते हैं। हमने उन्हें उनकी जान को खतरा होने के कारण शरण दी है।
अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर जताई चिंता
राजशाही छावनी में बोलते हुए जनरल वाकर-उज-जमान ने किसी दूसरी क्रांति की संभावनाओं को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। बांग्लादेश के हालात के संबंध में विदेशी देशों के किसी दबाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने ‘ना’ में जवाब दिया। सेना प्रमुख ने कहा, “…यह एक अनोखी स्थिति है। हर कोई इसे समझता है। अल्पसंख्यक मुद्दे पर कुछ चर्चा हुई है। 20 जिलों में कुल 30 अल्पसंख्यक-संबंधी हमले हुए हैं।” उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते कि ऐसी कोई घटना हो।
बांग्लादेश की पुलिस को लेकर सेना प्रमुख ने क्या कहा
सेना प्रमुख ने कहा, “हम घटनाओं की जांच कर रहे हैं। हम अपराधियों को सजा दिलाएंगे।” राजशाही डिवीजन की स्थिति के बारे में बात करते हुए वाकर-उज-जमान ने कहा, “राजशाही डिवीजन के आठ जिलों में इस तरह की (अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले) कुछ भी नहीं हुआ। इस तरह का सौहार्दपूर्ण माहौल हमेशा बना रहना चाहिए। हम सब मिलकर काम करेंगे और देश को विकास की ओर ले जाएंगे।” सेना प्रमुख ने कहा, “स्थिति सामान्य हो गई है। लेकिन पुलिस अभी भी सदमे में है। एक बार यह खत्म हो जाए, तो पुलिस फिर से अपने कर्तव्यों का ठीक से पालन कर सकेगी।”
पुलिस को सुरक्षा दे रही है सेना
उन्होंने कहा, “पुलिस ने पहले ही विभिन्न पुलिस स्टेशनों में काम करना शुरू कर दिया है। हम पुलिस को सुरक्षा दे रहे हैं। जब वे पूरी तरह से काम करना शुरू कर देंगे, तो स्थिति सामान्य हो जाएगी। फिर हम छावनी में वापस आ जाएंगे।” उन्होंने यह भी कहा, “हम सरकार को हरसंभव सहायता प्रदान करेंगे। सरकार कुछ सुधार चाहती है और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराना चाहती है। हम इस संबंध में हरसंभव सहायता प्रदान करेंगे।”
थानों से लूटे गए हथियारों को बरामद कर रही सेना
सेना प्रमुख ने कहा कि पुलिस के कई लूटे गए हथियार पहले ही बरामद किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और भी हथियार बरामद किए जाएंगे। गोपालगंज में सेना के जवानों पर हुए हमले के बारे में सेना प्रमुख ने कहा कि यह गलतफहमी के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, “वहां स्थिति शांत है। हमने उनसे बात की है। लेकिन उन्होंने जो अपराध किया है, उसकी जांच होनी चाहिए और इसमें शामिल लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।”
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