इंदौर।बंगाली ओवरब्रिज का निर्माण डिजाइन की त्रुटि के चलते उलझ गया है। भाजपा के सभी छोटे-बड़े नेता इसके खिलाफ हैं, जिसके चलते ओवरब्रिज का निर्माण रूक गया है और अब मुख्यमंत्री के पाले में गेंद पहुंच गई, वहीं से निर्णय होगा। आज क्षेत्र के रहवासियों ने भी मंत्री, विधायक से इस संबंध में चर्चा की है। दरअसल, इस ओवरब्रिज के निर्माण में बीच में एक पिलर बनाया जा रहा है, जिसे हटाते हुए दोनों पिलरों के बीच लोहे की गर्डरें डालकर इस्पान को 40 मीटर यानी 100 फीट चौड़ा ही रखने की मांग की जा रही है। जिस तरह प्राधिकरण ने पिपल्याहाना ओवरब्रिज बनाया है। अभी पिलर के कारण दोनों तरफ 40-50 फीट जगह मिल रही है और ओवरब्रिज के नीचे का यातायात उसके कारण प्रभावित होता रहेगा।
लोक निर्माण विभाग द्वारा बंगाली ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि शुरू से ही पुल की डिजाइन में यह पिलर यानी खम्भा मौजूद था, लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि को यह त्रुटि समझ में नहीं आई और अब जब पुल का निर्माण 80 फीसदी तक हो चुका है तब इस गलती को दूर करनेकी मांग शुरू की गई। इंदौर विकास प्राधिकरण ने पीपल्याहाना का जो ओवरब्रिज बनाया है उसमें दोनों तरफ के खम्भों के बीच लोहे की भारी-भरकम गर्डर डाली गई है, जिसके चलते बीच में खम्भे की आवश्यकता नहीं पड़ी और पुल का भार लोहे की गर्डरों पर आ गया। जबकि लोक निर्माण विभाग ने बंगाली ओवरब्रिज की डिजाइन में लोहे की गर्डरों की बजाय बीच में पिलर यानी खम्भे का प्रावधान किया है। तीन इमली सहित कई ओवरब्रिज इसी डिजाइन के तहत बनाए गए हैं और डिजाइन में कोई खामी नहीं है। लागत घटाने के लिए इस तरह के प्रयोग किए जाते रहे हैं। हालांकि पुल के ऊपर तो पूरी चौड़ाई में ही यातायात चलता रहेगा और कोई बाधा भी नहीं रहेगी। लेकिन पुल के नीचे से जो यातायात चलेगा उसमें अवश्य बीच का खम्भा बाधक रहेगा, जिसके चलते यातायात दो हिस्सों में विभाजित होगा। निगम के पूर्व सभापति अजयसिंह नरुका ने इस मुद्दे को उठाते हुए ओवरब्रिज का निर्माण रूकवाया और उनका दो टूक कहना है कि गलत डिजाइन के चलते इस पुल का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा, क्योंकि भविष्य में इसके कारण परेशानी आएगी और अभी समय है, लोक निर्माण विभाग डिजाइन में परिवर्तन कर खम्भे को हटाकर लोहे की गर्डर का इस्तेमाल कर ओवरब्रिज का निर्माण पूरा कर सकता है। इस मुद्दे पर सांसद, विधायक, प्रभारी मंत्री से लेकर सभी एकमत नजर आए और मुख्यमंत्री ने जो कल वीडियो कान्फ्रेंस कोरोना के मद्देनजर बुलाई थी, उसमें भी यह मुद्दा उठा और अब इस बारे में मुख्यमंत्री से प्रभारी मंत्री अलग से भी चर्चा करेंगे। फिलहाल प्रशासन ने भी ओवरब्रिज के निर्माण को रूकवा दिया है। आज सुबह पूर्व पार्षद, क्षेत्र के रहवासी और अन्य ने भी विधायक, सांसद, मंत्री से इस संबंध में चर्चा की, जिसका नेतृत्व श्री नरूका ने भी किया।
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