इंदौर। इस बार कोरोना के चलते शादी-ब्याह सहित तमाम सार्वजनिक आयोजन पर मार्च के बाद से ही रोक लगी रही। अब धीरे-धीरे इसकी शुरुआत होने लगी है। देवउठनी ग्यारस से शादियों के मुहूत्र्त शुरू हो जाएंगे और इस बार अधिक संख्या में शादियों के आयोजन भी हैं। बैंड, बाजों को भी अनुमति मिल गई है। यानी धूमधाम से शादियां, 25 नवम्बर से शुरू हो जाएंगी। 26, 27 नवम्बर को काफी मुहूत्र्त हैं और दिसम्बर में भी पहले पखवाड़े में अधिकांश तारीखों में बड़ी संख्या में शादियां होंगी।
आज दीपावली है और 11 दिन बाद देवउठनी ग्यारस यानी छोटी दीपावली 25 नवम्बर को होगी। उस दिन से शादियों को मुहूत्र्त शुरू हो जाते हैं। जुलाई से नवम्बर तक लगभग पांच महीने शादियों पर रोक लगी रही, क्योंकि उस दौरान ऐसा माना जाता है कि देव सोए हैं। देवउठनी ग्यारस को तो बिना मुहूत्र्त के भी शादियां होती हैं और सामुहिक विवाह के भी आयोजन किए जाते हैं। इस बार 24 मार्च से लॉ$कडाउन घोषित हो गया था, जिसके चलते मई, जून और जुलाई में कुछ दिनों के जो कुछ दिनों के शादियों के मुहूत्र्त थे, उनमें से अधिकांश लोगों को टालना पड़े। हालांकि जून से मिली छूट के बाद कुछ लोगों ने 25 से 50 घर के लोगों के बीच भी शादियां की, जो कि मुहूत्र्त नहीं टाल सकते थे। लेकिन अन्य लोगों ने मुहूत्र्त टाले और अब ये सभी शादियां नवम्बर के अंत से शुरू होकर 15 नवम्बर के बीच बड़ी संख्या में शुरू होगी और उसके बाद फिर एक महीने का अधिक मास लग जाता है और फिर 15 जनवरी मकर संक्रांति के बाद से शादियों के मुहूत्र्त शुरू हो जाते हैं। केन्द्र और राज्य शासन ने अनलॉक 5 और 6 में इस तरह के आयोजनों को छूट दी है। वहीं इंदौर के बैंड, बाजा महासंघ ने भी अनुमति मांगी थी, जो अब प्रशासन ने दे दी है। हालांकि उन्हें कोविड गाइडलाइन और नियमों का पालन करना पड़ेगा। यानी अब 25 नवम्बर से धूमधाम से शादियां हो सकेगी। शहर के सभी मैरिज गार्डन, होटल और अन्य विवाह स्थल पहले से ही पूरी तरह से बुक हो चुके हैं और जिन तारीखों पर ज्यादा शादियां हैं उनके लिए स्थान आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।
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