लॉस एंजेल्स । अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट के लिए काँटे के मुक़ाबले में पूर्वी क्षोर के पेंसेलवेनिया स्टेट में लाखों जाली डाक मतपत्रों को लेकर कथित धाँधली के आरोप लगाए गए हैं, तो मिडवेस्ट के एक अन्य काँटे के मुक़ाबले वाले स्टेट ‘मिशिगन’ में स्टेट गवर्नर ग्रेटचेन विटमार ने अगले महीने 03 नवम्बर को होने वाले चुनाव में बंदूक लेकर चलने पर पाबंदी लगा दी है।
पेंसेलवेनिया में अभी तक रिकार्ड 25 लाख लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। इनमे से प्रत्येक दस मतों में से एक के जाली होने पर शंका व्यक्त की जा रही है। इससे मतों की गणना में देरी हो सकती है।
शुक्रवार को ‘फाक्स न्यूज़’ ने अपने बुलेटिन में ‘प्रो पब्लिका’ के हवाले से दावा किया है कि पेंसेलवेनिया में तीन लाख 72 हजार मत पत्रों को अस्वीकार कर दिया था। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि ये डाक मत पत्र जाली थे। यह भी दावा किया जा रहा है कि डाक के माध्यम से जो मत पत्र भेजे जा रहे हैं, उनमें से ज्यादातर जाली हैं। इस मुद्दे को लेकर डाक कर्मियों पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने तीन लाख 70 हज़ार डाक मत पत्र कूड़ेदान में डाल दिए हैं। इसके साथ यह भी कहा जा रहा है कि पेंसेलवेनिया में हजारों मतदाताओं ने गलत पते पर मतपत्र प्रेषित किए हैं। इन चुनाव में मतदाताओं को यह अधिकार है कि वह डाक के जरिए प्रेषित अपने मताधिकार की पुष्टि के लिए निवेदन कर सकते हैं।