मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से सटे हुए ठाणे के बदलापुर में एक किंडरगार्टन में दो छोटी बच्चियों के यौन उत्पीड़न के मामले में लोगों का गुस्सा चरम पर है. लोगों ने आरोपी सफाईकर्मी के घर पर हमला बोल दिया और सामान तोड़ फोड़ दिया. लोगों ने उसके परिवार के लोगों से भी मारपीट की. आरोपी के पड़ोसियों का कहना है कि भीड़ ने आरोपी के परिवार पर हमला कर दिया. सैकड़ों लोगों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन और उस स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया जहां ये मामला हुआ. करीब 50-100 लोगों की भीड़ ने ये इस हमले और मार पीट को अंजाम दिया. 24 साल का यह आरोपी बदलापुर (पूर्व) के खारवाई गांव में गामदेवी मंदिर के पास किराए के मकान में रहता था. घटना उस समय हुई जब वह खुद पुलिस हिरासत में था.
एक पड़ोसी के मुताबिक, ‘भीड़ उसके घर में घुस गई और उसके परिवार के सदस्यों पर हमला कर दिया. फर्नीचर तोड़ दिया.’ एक अन्य पड़ोसी ने बताया कि आरोपी के कुछ रिश्तेदार जो आस-पास रहते हैं, उन्हें भी पीटा गया है. पड़ोसी ने बताया कि दोनों परिवारों को अपने घरों पर ताला लगाकर कहीं और जाना पड़ा है. यूं तो बुधवार को इसके घर के पास तीन पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए लेकिन इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
इस बीच महाराष्ट्र की डीजीपी रश्मि शुक्ला ने आधिकारिक एक्स हैंडल @DGPMaharashtra पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि बदलापुर मामले की जांच पूरी तत्परता से की जा रही है और हम मासूम बच्चों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. वहीं शरद पवार ने कहा कि हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और रेल सेवाएं रोक दीं. इससे पता चलता है कि लोगों में जबरदस्त असंतोष है क्योंकि सरकार ने अपराध पर उतना ध्यान नहीं दिया जितना उसे देना चाहिए था.
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