भोपाल। मध्य प्रदेश में मौसम में ठंडक महसूस की जाने लगी है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार की रात से मौसम में गिरावट दर्ज की गई। शाम ढलने के बाद तीन घंटे के अंदर पारा 7.2 डिग्री तक लुढक़ा। जहां शाम 5:30 बजे पारा 30.2 था, वही रात 8:30 बजे तक 23 डिग्री तक पहुंचा। जबकि प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस नौगॉव, दमोह, दतिया में दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आसमान से बादल भी छंट गए हैं और रात के वक्त हवा का रुख भी बदल चुका है। इस वजह से तापमान तेजी से लुढक़ा है। आने वाले दिनों में तापमान में और ज्यादा गिरावट आ सकती है। जिसके कारण मौसम में रूखापन महसूस किया जाएगा। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण अरब सागर से नमी आ रही थी। इसलिए हवा का रुख पूर्वी बना हुआ था। इसी वजह से बादल छाए हुए थे और यही कारण है कि रात में पारा नहीं गिर रहा था। शनिवार को न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज हुई, लेकिन इस बढ़ोतरी से रात में होने वाली ठंडक पर असर नहीं पड़ा। रात में ठंडक बरकरार रही। साथ ही सुबह हलकी धुंधी भी छाई रही है। न्यूनतम तापमान 17.3 डिसे रिकार्ड हुआ। सामान्य से 0.9 डिसे अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के हिमालय के ऊपर से गुजरने पर अंचल में फिर से बादल छा सकते हैं।
ग्वालियर- चंबल संभाग में बारिश की संभावना
बंगाल की खाड़ी में अति कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। अफगानिस्तान से होते हुए एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है। पश्चिमी विक्षोभ की बंगाली खाड़ी के सिस्टम की वजह से गति धीमी हो गई है। कम दवाब का क्षेत्र पूर्वोत्तर राज्यों की ओर बढ़ेगा, उसी दौरान पश्चिमी विक्षोभ हिमालय से गुजरेगा। इस वजह से अंचल के मौसम में बदलाव आएगा। 25 व 26 अक्टूबर को मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी में बारिश के आसार बन सकते हैं, लेकिन ग्वालियर में बादल छाने के आसार रहेंगे। बादल छाने पर रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। जब आसमान साफ होगा, उसके बाद ग्वालियर में फिर से तापमान में गिरवाट आएगी।