इंदौर। जिला प्रशासन (district administration) द्वारा मिलावट, दूषित खाद्य सामग्री के मामले में भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। कल जिस बेबी डॉल आईस्क्रीम की फैक्ट्री पर छापा मारा गया वहां इतनी भीषण गंदगी नजर आई कि आईस्क्रीम खाना तो दूर, देखकर ही उल्टी हो जाए। खुला ड्रैनेज, गंदा फर्श और जिन मशीनों पर आईस्क्रीम बनाई जा रही थी, वे भी अत्यंत गंदे और बदबूदार थे, जिसके चलते आईस्क्रीम के नमूने तो लिए ही गए, वहीं संचालक आरीफ पिता जैनुद्दीन के खिलाफ चंदन नगर थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई। उपसंचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने यह एफआईआर दर्ज करवाई है।
कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर मिलावटी खाद्य पदार्थों और राशन माफिया के साथ-साथ दूषित खाद्य सामग्री के मामले में भी सख्ती जारी है। अभी गर्मी के दिनों में वैसे भी उल्टी, दस्त, बुखार से लेकर पानी से होने वाली संक्रामक बीमारियां बढ़ जाती हैं। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर ने बताया कि कल जब 119 अम्मार नगर, धार रोड पर आरीफ जैनुद्दीन की आईस फैक्ट्री पर छापा डाला गया, तो वहां पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने जब मौका मुआयना किया तो इतनी भयानक गंदगी नजर आई कि खड़े होना भी मुश्किल था।
चारों तरफ गंदगी, फर्श गंदा, ड्रैनेज भी खुला मिला और आईस्क्रीम निर्माण के लिए जो मशीनें मौके पर मिली वे भी अत्यंत दूषित पाई गई। बैबी डॉल मैंगो, फ्रोजन डेजर्ट का नमूने भी जांच के लिए लिया गया, जिसे भोपाल स्थित राज्य खाद्य प्रयोगशाला में भेजा गया है। इन परिस्थितियों में आईस्क्रीम का निर्माण, भंडारण अस्वास्थ्य दायक है और इसके सेवन से मानव स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ सकता है। लिहाजा इसके प्रोप्राइटर आरीफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की संयुक्त टीम ने बैबी डॉल मैंगो फ्लेवर्ड आईस्क्रीम बनाने के इस फैक्ट्री पर कार्रवाई की और फिर थाना चंदन नगर में भादवि की धारा 269 के अंतर्गत एफआईर दर्ज करवाई गई। पर्व में भी प्रशासन ने अस्वच्छ परिस्थितियों में तैयार की जा रही खाद्य सामग्रियों के मामले में इसी तरह की सख्ती की है।
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