10 किलोमीटर की झील पार कर गैरकानूनी तरीके से घुसती थीं भारत में
इंदौर। देह व्यापार के लिए बांग्लादेश से लड़कियां लाने वाले गिरोह में बांग्लादेश का बाबूभाई और इंदौर का सागर मास्टरमाइंड बताए जा रहे हैं। बाबूभाई यहां गरीब परिवारों की लड़कियों से संपर्क कर महज पांच हजार में भारतीय दलालों को दे देता था। इसके बाद ये युवतियां यहां के दलालों के बनाए प्रोटोकॉल के हिसाब से ही काम करती थीं। इंदौर का सागर जैन इन लड़कियों के जरिए लाखों रुपए कमा चुका है।
एमआईजी पुलिस देह व्यापार में अभी तक सात युवतियों तक पहुंच चुकी है, जिनमें 4 बांग्लादेशी हैं। विजय नगर पुलिस ने भी लगभग इतनी ही बांग्लादेशी लड़कियों को मुक्त कराया है। अभी इंदौर में और भी कितनी लड़कियां आकर रुकी हैं इस बारे में मास्टरमाइंड सागर जैन निवासी महालक्ष्मी नगर और बांग्लादेशी दलाल बाबूभाई के पकड़ाने के बाद खुलासा होगा। एमआईजी थाने में एक लडक़ी ने बताया कि बाबूभाई वहां की बेसहारा लड़कियों और महिलाओं में चर्चित नाम है। बाबूभाई का मोबाइल नंबर बांग्लादेश के कई इलाकों में सार्वजनिक है। लड़कियां काम के सिलसिले में बाबूभाई के संपर्क में आती हैं, जिसके बाद वह एक झील (जिसमें घुटनों-घुटनों पानी है) के बीचोबीच से भारतीय सीमा में दाखिल कराता है। करीब 12 घंटे का रास्ता पानी में तय करना पड़ता। इसके बाद भारत की सीमा में दाखिल हो जाते हैं और यहां के दलालों के सुपुर्द किया जाता है। बाबूभाई एक लडक़ी के पांच हजार ले लेता है और वापस दुसरी लड़कियों की तलाश शुरू कर देता है।
ढाई सौ ग्राम सोना पहनता है सागर, थाईलैंड और रशियन की डिमांड भी पूरी करता है
इंदौर के सबसे बड़े दलालों में अभी तक जो नाम सामने आ रहा है, वह सागर जैन है। सागर फिलहाल फरार है। उसके बारे में बताया जा रहा है कि वह खजराना में भी देह व्यापार के मामले में पकड़ा चुका है। उसके घर के अधिकतर लोगों के नाम देह व्यापार में आ चुके हैं। उसके पास से ग्राहकों की एक लिस्ट भी मिली थी, जिनमें शहर के रसूखदार लोगों के नाम बताए जा रहे हैं। सागर के बारे में बड़ी बात यह बताई जा रही है कि वह देह व्यापार के धंधे में करोड़ों कमा चुका है। करीब ढाई सौ ग्राम सोना पहनकर निकलता है। रसूखदारों के लिए बांग्लादेशी युवतियों के अलावा रशियन और थाईलैंड की युवतियां भी वह उपलब्ध कराता है।
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