लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बांदा में माफियाओं के साथ अब उनके करीबियों पर प्रशासन की कार्रवाई शुरू हो गई है. बांदा में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के सगे रिश्तेदार सिंचाई विभाग और पीडब्लूडी के ठेकेदार के दोनों मकानों पर योगी सरकार का बुल्डोजर गरजा और दोनों मकानों को ध्वस्त कर दिया. मंगलवार को माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी माने जाने वाले ठेकेदार इफ्तिखार के घर ध्वस्तीकरण की टीम पहुंची. मकान के बाहर रोड पर ही मुनादी की कार्रवाई शुरू है.
शहर के खाई पर मोहल्ले में पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार इफ्तेखार के घर पर बुलडोजर चलाया गया. बताया गया कि इफ्तेखार के भाई हाजी रफीकुस्समद के घर पर भी प्रशासन का बुलडोजर चलेगा. हाजी रफीकुस्समद का नाम चित्रकूट जेल में अब्बास अंसारी के मददगार के तौर पर उभरकर सामने आया था. मौके पर भारी पुलिस बल के साथ एसडीएम सदर नगर पालिका के अधिकारी और बीडीए के अधिकारी मौजूद हैं.
मुख्तार अंसारी के करीबियों पर चला बुलडोजर
इसके अलावा,दूसरा मकान राफिकुसमद का है जिसको ढहाया जा रहा है, पेशे से ठेकेदार होने के बाद ये मुख्तार के मुख्य मदद करता रहा है. जब मुख्तार 2017 में बांदा जेल में बंद थे इसके ऊपर मुख्तार अंसारी की पत्नी और उसके बेटों को संरक्षण देने के साथ-साथ बांदा में किराए का मकान व अन्य व्यवस्थाएं करवाने का आरोप है.
इससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी उसके पुत्र विधायक अब्बास अंसारी व बहू निखत मददगारों में एक बड़ा नाम पुलिस के सामने आया है. स्पेशल टीम व स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने खाई पार से पीडब्लूडी सिंचाई विभाग ठेकेदार इफ्तिखार को उठा लिया गया है,गोपनीय जांच चल रही है.
मुख्तार अंसारी का परिवार काफी समय से प्रशासन
उत्तर प्रदेश के बांदा में मुख्तार अंसारी के सगे रिश्तेदार के घर पर हुई ध्वस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई पर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन सिंह ने बताया कि यह लोग मुख्तार अंसारी को प्रत्येक सूचना देते थे और तमाम तरह की चीजें उपलब्ध कराते थे और सुख सुविधाएं देते थे. स्वयं जेल में जाकर भी यह सब कार्य करते थे. जब कभी पेशी में मुख्तार अंसारी जाता था तो उसकी सूचना उसके बेटों को फोन द्वारा और व्हाट्सएप के जरिए वीडियो मोबाइल से उपलब्ध कराए जाते थे.
मीडिया को भी बताया जाता था और वीडियो भी उपलब्ध कराए जाते हैं यह सब जांच के बाद ही यह दोनों घर जमींदोज किए गए. आपको बताते चलें कि मुख्तार अंसारी के पुत्र विधायक अब्बास अंसारी और निखत के मामले में बांदा मुख्यालय से 11 लोगों को उठाया है. पुलिस के मुताबिक, ये लोग सूचनाएं देते थे और अंसारी के परिवार को लाभ पहुंचाते थे और जेल में सेटिंग भी कर आते थे.
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