उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर (Jyotirlinga Mahakaleshwar Temple) में आज गणतंत्र दिवस पर बाबा महाकाल (baba mahakal) का तिरंगे स्वरूप में श्रृंगार (tricolor makeup) किया गया। श्रद्धालु भी इस अद्भुत श्रृंगार को देखकर काफी उत्साहित दिखाई दिए। गणतंत्र दिवस (Republic day) पर शुक्रवार को दिनभर भगवान महाकाल के मंदिर में भी देशभक्ति का रंग दिखाई देगा।
महाकालेश्वर मंदिर के महेश पुजारी ने बताया कि मंदिर में धार्मिक के साथ-साथ राष्ट्रीय पर्व को भी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर पंडित और पुरोहित विशेष रूप से तिरंगे से भगवान महाकाल का श्रृंगार करते हैं। इसके लिए भांग, चंदन, अबिर, गुलाल, सूखे मेवे, अष्टगंध, सुगंधित इत्र आदि का उपयोग किया जाता है।
महाकालेश्वर मंदिर में सुबह 4:00 बजे भगवान महाकाल के दरबार के पट खोले जाते हैं। इसके बाद भगवान को जल दूध, दही, शहद, फलों के रस, घी आदि से स्नान कराया जाता है। भगवान महाकाल पर हरिओम का जल चढ़ता है। इसके बाद धार्मिक या राष्ट्रीय पर्व के अनुसार भगवान महाकाल का श्रृंगार शुरू होता है। इस श्रृंगार में नर मुंडो की माला, भांग, सूखे मेवे और अन्य पूजन सामग्री का उपयोग होता है।
उज्जैन शहर के हृदय स्थल टावर चौक पर क्रेन की सहायता से 200 फीट ऊपर राष्ट्रीय ध्वज लहराकर इस उत्सव को धूमधाम से मनाया गया और एक दूसरे को बधाइयां भी दी गईं। चिकित्सा संघ के प्रदेश अध्यक्ष अकिल खान ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्था द्वारा इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर्व उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाने के साथ ही इस बार शहर में सबसे ऊंचा तिरंगा लहराने का भी निर्णय लिया गया था इसीलिए क्रेन की सहायता से 200 फीट ऊपर ध्वज लहराया गया। इसके बाद गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम भी टावर चौक पर ही हुए। श्री खान ने यह भी बताया कि इस आयोजन में नगर ही नहीं बल्कि प्रदेश भर से चिकित्सा संघ के पदाधिकारी वह डॉक्टर सम्मिलित हुए थे।
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