नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी नेता आजम खान लखनऊ स्थिति सीबीआई कोर्ट में पेशी के बाद सीतापुर जेल लौट गए हैं। उधर, आज ही रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में हाजिर होने के लिए आजम खान की पत्नी पूर्व सांसद तंजीन फातिमा और बेटा अब्दुल्ला आजम भी पहुंचे। कई तारीखों पर पेश न होने के चलते दोनों के खिलाफ कल वारंट जारी हो गया था।
आजम खान को गुरुवार को जल निगम भर्ती घोटाले में पेशी के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सीतापुर जेल से लखनऊ लाया गया। यहां सीबीआई कोर्ट में उनकी पेशी हुई। घोटाले में आरोपी बनाए गए आजम खान पर आरोप तय करने के लिए उन्हें पेश किया गया था। हालांकि कुछ कानूनी पेचदगियों की वजह से आज आरोप तय नहीं हो सके। पेशी के बाद आजम सीतापुर जेल के लिए रवाना हो गए।
उधर, दो जन्म प्रमाणपत्र मामले में कई तारीखों पर हाजिर न होने के चलते अदालत ने अब्दुल्ला आजम और उनकी मां डॉ.तंजीन फातिमा के खिलाफ वारंट जारी हो गया था। आज दोनों रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में हाजिर होने पहुंचे। बता दें कि बुधवार को अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में सुनवाई होनी थी। इस मुकदमे में सेंटपाल स्कूल के प्रधानाचार्य मनोज पाठक भी गवाह हैं। इसी स्कूल से अब्दुल्ला की प्रारंभिक शिक्षा हुई थी। प्रधानाचार्य की गवाही हो चुकी है। उनसे बचाव पक्ष के अधिवक्ता द्वारा जिरह की जानी है। इसके लिए प्रधानाचार्य कोर्ट में पेश हुए थे।
मुकदमे के वादी भाजपा नेता आकाश सक्सेना भी कोर्ट पहुंचे थे। लेकिन, आरोपित पक्ष की ओर से कोई व्यक्तिगत रूप से पेश नहीं हुआ। इसके अलावा उनके अधिवक्ता द्वारा जिरह भी नहीं की गई। भाजपा नेता के अधिवक्ता संदीप सक्सेना ने बताया कि बचाव पक्ष के अधिवक्ता द्वारा आरोपितों की हाजिरी माफी के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। साथ ही अदालत ने मुकदमे में आरोपित मां-बेटे के खिलाफ वारंट जारी किए थे।
अब्दुल्ला के खिलाफ बीजेपी नेता ने दर्ज कराया था केस
विधायक अब्दुल्ला आजम के अलग-अलग जन्मतिथि के दो जन्म प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट और दो पैन कार्ड बनाने के मामले में भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए थे। जन्म प्रमाण पत्र मामले में अब्दुल्ला के अलावा उनके पिता आजम खान और मां पूर्व सांसद डा.तंजीन फातिमा भी नामजद हैं।
10 महीने तक जेल में रहने के बाद मिली थी जमानत
डॉ.तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम को 10 महीने तक जेल में रहने के बाद दिसम्बर 2020 में जमानत पर सीतापुर जेल से रिहा किया गया था। सीतापुर जेल में ही आजम खान 28 महीने से बंद चल रहे हैं। उनके खिलाफ 89 मामले दर्ज हैं जिनमें से 88 में उन्हें जमानत मिल चुकी है।
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