भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वकांक्षी योजनाओं में शामिल आयुष्मान भारत योजना का मध्य प्रदेश में बुरा हाल है। आयुष्मान भारत योजना निरामयम को लागू हुए दो साल हो गए, लेकिन प्रदेश में अब तक 25 फीसदी हितग्राहियों के ही कार्ड बन पाए हैं। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातर लोग तभी कार्ड बनवाते हैं, जब वे किसी बीमारी के इलाज के लिए भर्ती होते हैं। कई परिवार में तो मुखिया के कार्ड बन गए, लेकिन अन्य सदस्यों के कार्ड नहीं बने हैं। इसलिए प्रदेशभर में आयुष्मान भारत योजना के ज्यादा से ज्यादा कार्ड बनवाने का लक्ष्य दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कहीं-कहीं 25 प्रतिशत कार्ड भी नहीं बने हैं।
कार्ड के लिए हेल्पलाइन नंबर
आयुष्मान भारत योजना के कार्ड बनाने के लिए 30 रुपए का शुल्क, समग्र आईडी, आधार कार्ड, राशन कार्ड लगता है। इंदौर में 7 सरकारी और 24 निजी अस्पतालों में कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिले के 106 कॉमन सर्विस सेंटर में इस योजना के कार्ड बनाए जा रहे है। अधिकारियों के मुताबिक, यह संख्या बढ़ाई जाएगी। योजना के तहत कार्ड बनाने के लिए 30 रुपए का शुल्क तय किया गया है। इसके लिए समग्र आईडी, आधार कार्ड, राशन कार्ड या कोई सरकारी फोटो पहचान पत्र देना होगा। किसी तरह की अन्य जानकारी के लिए 18002332085 पर संपर्क किया जा सकता है।
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