भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) आज मंगलवार को आयुष्मान भारत निरामयम, मध्यप्रदेश योजना में आयुष्मान हितग्राही सम्मेलन (Ayushman Beneficiary Conference) में आयुष्मान हितग्राहियों (Ayushman Beneficiary) को प्रतीक स्वरूप आयुष्मान कार्ड और डीआईएस कार्ड जनरेशन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान आयुष्मान योजना में उपचार का लाभ प्राप्त कर चुके हितग्राहियों से संवाद भी करेंगे।
जनसम्पर्क अधिकारी महेश दुबे ने बताया कि आयुष्मान हितग्राही सम्मेलन अपरान्ह 3 बजे मिन्टो हॉल में होगा। सम्मेलन में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान भी मौजूद रहेंगे।
आयुष्मान योजना
आयुष्मान योजना 23 सितम्बर, 2018 से क्रियान्वित की जा रही है। योजना में एम्पेनल्ड निजी और शासकीय चिकित्सालयों में हितग्राही परिवार को एक वर्ष में 5 लाख रुपये का नि:शुल्क उपचार प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में एक करोड़ 8 लाख पात्र परिवारों के 4 करोड़ 7 लाख हितग्राहियों को योजना में सम्मिलित किया जा चुका है। मार्च-2022 तक प्रदेश के एक करोड़ पात्र हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर आयुष्मान कार्ड जारी करने में सबसे आगे है। आयुष्मान योजना शुरू होने से लेकर आज तक 8 लाख 50 हजार हितग्राहियों को 1200 करोड़ रुपये का उपचार दिया गया है। आयुष्मान योजना में प्रदेश के निवासियों को दूसरे राज्यों में भी नि:शुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसमें अब तक 50 हजार से अधिक हितग्राहियों के आवेदनों को स्वीकृत कर 140 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री कोविड-19 उपचार योजना में 6 मई, 2021 से 312 निजी चिकित्सालयों को इम्पेनल्ड किया गया है। आयुष्मान भारत निरामयम योजना में पूर्व से संबद्ध 268 निजी चिकित्सालयों को कोविड-19 उपचार के लिये चिन्हांकित किया गया है। कोविड-19 उपचार के पैकेज की दरों में 40 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी भी की गई है। योजना में इनवेजिव वेंटीलेटर के लिये नये पैकेज का निर्माण किया गया है। योजना में अब तक 12 हजार से अधिक पात्र हितग्राहियों का कोविड-19 का नि:शुल्क उपचार करवाया गया है। इस पर 30 करोड़ से अधिक राशि की स्वीकृति दी गई है। कोविड बाल-कल्याण योजना में प्रदेश के मूल निवासी ऐसे बच्चे, जिनके माता-पिता की आकस्मिक मृत्यु कोविड-19 से हुई है, उन्हें आयुष्मान भारत निरामयम योजना में चिकित्सीय सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी। (एजेंसी, हि.स.)
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